एसडीएम ने किया औचक निरीक्षण तो गायब मिले तीन डाक्टर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : एसडीएम थलीसैंण के औचक निरीक्षण में तीन डाक्टर नदारद मिले। जिसमें एक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण तो दूसरा पशु चिकत्सालय थलीसैंण में तैनात है। दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जबकि होम्योपैथिक अस्पताल में बिना बताए नदारद रहने पर वेतन रोकने की कार्रवाई अमल में लाई गई है। थलीसैंण के एसडीएम अजय वीर सिंह ने शुक्रवार को थलीसैंण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। यहां एक्सरे मशीन काम नहीं कर रही थी। बताया गया कि किसी सॉफ्टवेयर के कारण यह नहीं चल रही है। इसके लिए सीएमओ को भी पत्र भेजा गया है। जबकि पुरानी एक्सरे मशीन भी 2016 से अस्पताल में ही रखी हुई है। न तो इसे बनाया गया और नहीं इसकी डिसपोस्ज ऑफ की कार्रवाई अमल में लाई गई। अस्पताल में तैनात डेंटल चिकित्सक भी यहां नहीं मिली। बताया गया कि बीरोंखाल से उनका तबादला थलीसैंण हुआ लेकिन चिकित्सक ने ज्वाइन नहीं किया। जिस पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। यहां एक शौचालय में ताला मिला तो दूसरे में पानी नहीं था। निरीक्षण के दौरान अभिलेख भी पूरे नहीं मिले। एसडीएम ने शौचालय का ताला खोलने के साथ ही जलसंस्थान को पानी की सप्लाई ठीक करने के लिए कहा। जबकि ओपीडी के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मास्क न पहने जाने पर भी हिदायत दी गई है। एसडीएम ने बताया कि होम्यौपैथिक अस्तपाल में तैनात डाक्टर भी बिना बताए गायब मिली। इस मामले में एक दिन के वेतन पर रोक के आदेश जारी किए जा रहे हैं। इसके बाद पशु चिकत्सालय में भी डाक्टर नहीं मिला। मौके पर एसडीएम को बताया गया कि उफरैखाल के डाक्टर के पास ही यहां का भी चार्ज है लेकिन अप्रैल से वह यहां नहीं बैठे। इस मामले में भी संबधित पशु चिकित्सक को कारण बताओं नोटिस जारी किया जाएगा। हलांकि सीवीओ पौड़ी डा. रमेश ने बताया कि यहां तैनात डाक्टर के पास तीन चार्ज हैं और 23 मई को पीठसैंण में शिविर का भी आयोजन किया गया था। एसडीएम ने इसके साथ ही थलीसैंण में साफ-सफाई अभियान भी चलाया। जिसमें कीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्र किया गया। रास्तों की झाडियां आदि भी साफ की गई।