शराब के विरोध में महिलाओं धरना, महिलाओं व मित्र पुलिस में हुई नोकझोंक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर तीन सनेह में शराब की दुकान का विरोध कर रही महिलाओं ने गुरूवार को जमकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तत्काल शराब की दुकान को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग की। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को दुकान के सामने से हटकर अन्यत्र स्थान पर धरना देने को कहा, लेकिन महिलाएं दुकान के बाहर ही डटी रहीं। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने जबरन महिलाओं को हटाने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस व महिलाओं के बीच तीखी बहस भी हुई। महिलाओं का आरोप है कि पुलिस उन पर धरना समाप्त करने का दबाव बना रही है।
सनेह में महिलाएं पिछले पांच दिनों से शराब की दुकान को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग को लेकर धरना दे रही है। इस संबंध में महिलाएं प्रतिदिन तहसील पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दे रहे है, लेकिन अभी तक दुकान शिफ्ट करने को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। महिलाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन दुकान को शिफ्ट करने के बजाय शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर मुकदमा दर्ज कर डरा रहा है, लेकिन वह मुकदमें दर्ज होने से डरने वाली नहीं है, जब तक दुकान को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया जायेगा। तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। गुरूवार को चौथे दिन महिला कांगे्रस कमेटी की कोटद्वार जिलाध्यक्ष रंजना रावत के नेतृत्व में महिलाओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। धरने पर बैठी महिलाओं का आरोप है कि पुलिस व प्रशासन महिलाओं के आंदोलन को दबाने के लिए दुकान संचालक के दबाव में काम कर रही है। अपने क्षेत्र के लिए लड़ाई लड़ रही महिलाओं पर झूठे मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनेह क्षेत्र में किसी भी हालत में शराब की दुकान बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जब तक दुकान अन्यत्र शिफ्ट नहीं की जाती महिलाओं हर रोज दुकान के बाहर बैठकर धरना देंगी। रंजना रावत ने कहा कि पुलिस जवान ने बुजुर्ग आंदोलनकारी पूर्व प्रधान गमली देवी के साथ अभद्रता भी की है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शराब से जुड़े लोग और सरकार पैसा के द्वारा दमन करवाकर महिलाओं की आवाज नहीं दबा सकती है। महिलाएं सर्वाधिक शराब के कारण पीड़ित हैं। आज सरकार की शराब फैलाओं नीति के कारण कोटद्वार भाबर ही नहीं पूरे राज्य के युवा व पुरूष शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर है। अपराधों की बढ़ती संख्या के पीछे भी शराब प्रमुख है। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति की भावना का सम्मान करते हुए शासन-प्रशासन तत्काल यहां से शराब की दुकान अन्यत्र शिफ्ट करें।
मनीष खण्डूडी ने दिया आंदोलन को समर्थन
कांग्रेस नेता मनीष खण्डूडी ने कहा कि नगर निगम कोटद्वार के सनेह में शराब का ठेका खुलने पर महिलाओं का आक्रोश जायज है। मैं उनके धरना प्रदर्शन का पूरी तरह से समर्थन करता हूँ और सदैव उनके साथ हूँ। इस कोरोना महामारी युग हमें समाज की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों एवं रोजगार पर ध्यान देने की जरूरत है ’हमें अपने युवा समाज के लिए ऐसे कार्यो को हतोत्साहित करने की जरूरत है’।