सिंचाई विभाग ने भेजा बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए 57 लाख का प्रस्ताव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम की महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने सिंचाई विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली। मेयर ने निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली
नहरों की सफाई करने एवं बाढ़़ सुरक्षा कार्यो को करवाने के निर्देश दिये। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत नदियों
में कच्चे बंधों की मरम्मत सहित बाढ़ सुरक्षा कार्यो के लिए 57 लाख रूपये धनराशि का इस्टीमेट बनाकर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया गया है।
नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि वर्तमान में भारी बरसात से नदियों से नहरों में सिंचाई के पानी के
लिए बनाये गये कच्चे बंधे भी क्षतिग्रस्त हो गये है। नहरे कूड़े, कचरे के अलावा रेत बजरी से पूरी तरह से भर गयी है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी
उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। महापौर ने कहा कि दांई खोह-बांई खोह एवं मालन नदी पूरे नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली खेती को सिंचित करती है, लेकिन
भारी बरसात के चलते नदियों से नहरों में पानी के लिए बनाये गये कच्चे बंधे भी क्षतिग्रस्त हो गये है। महापौर ने सिंचाई विभाग को नहरों एवं गूलों की सफाई
कराने के निर्देश दिये। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दांयी एवं बांई खोह नहर का कच्चा बंधा, गिंवई नहर व सुखरो नहर का कच्चा बंधा, दांयी खोह
नहर का कुलावा संख्या-14 की गूल, ग्वालगढ नहर का कच्चा बंधा सहित बाढ़ सुरक्षा के तहत ग्वालगढ़ नाला एवं खोह नदी पर गाडीघाट पुल से नीचे बाढ़ सुरक्षा
दीवार का निर्माण सहित खोह नदी, तेलीस्रोत नाले में बाढ़ सुरक्षा कार्यो के लिए 57 लाख रूपये धनराशि का इस्टीमेट बनाकर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया
गया है। शासन से धनराशि मिलने के बाद बाढ़ सुरक्षा कार्यों का निर्माण शुरू करा दिया जायेगा। महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में कम
लागत से बनने वाले निर्माण कार्यो को निगम से तथा अधिक लागत वाले निर्माण कार्यों को सिंचाई विभाग के माध्यम से करवाया जायेगा।