देश के कई राज्यों में आज से लॉकडाउन, जानें कहां-कहां लागू हुईं सख्त पाबंदियां
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में धीरे-धीरे लॉकडाउन लगाया जा रहा है। अब तक देश भर के राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लॉकडाउन या कोरोना के कड़ी पाबंदियां लागू की गई हैं। तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, छत्तीसगढ़, असम जैसे राज्यों ने कोरोना को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। कुछ राज्यों ने सख्त लॉकडाउन लागू किया है तो कुछ राज्यों ने कोरोना के सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। आइए जानते हैं देश भर में कहां-कहां लॉकडाउन लगाया गया है और कहां सख्त पाबंदियां लागू हैं। यहां जानिए अपडेट…
तेलंगाना में आज से 10 दिनों का लॉकडाउन
तेलंगाना में आज से 10 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है। राज्य में 12 मई से 10 दिनों के लिए लाकडाउन लगाने का फैसला किया गया। इस दौरान सुबह छह से 10 बजे तक आम लोगों को आवश्यक सामान की खरीद और अन्य जरूरी कामकाज निपटाने की छूट दी गई है।
छत्तीसगढ़ के एक जिले में आज से पूर्ण लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ में उडश्कऊ19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज मध्यरात्रि से 15 मई की मध्यरात्रि तक गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है।
असम में लगाई गई कड़ी पाबंदियां
असम सरकार ने कहा है कि उडश्कऊ-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए, कड़े प्रतिबंधों को लागू किया जाना चाहिए। अगले आदेशों तक 13 मई को सुबह 5 बजे से हर रोज दोपहर 1 बजे तक सभी दुकानों को खोलने की अनुमति है। दोपहर 1 बजे के बाद केवल होम-डिलीवरी की अनुमति है। साप्ताहिक बाजार 15 दिनों तक बंद रहेंगे।
गुजरात के 36 शहरों में नाइट कफ्र्यू
गुजरात ने भी राज्य के 36 शहरों में नाइट कफ्र्यू और अन्य पाबंदियों को 18 मई तक बढ़ाने का एलान किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 36 शहरों में नाइट कफ्र्यू और अन्य सख्त पाबंदियों को 18 मई तक बढ़ाने का फैसला किया। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट और वडोदरा समेत इन शहरों में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कफ्र्यू लगाया गया है।
कर्नाटक में मदद
कर्नाटक सरकार ने 24 मई तक इंदिरा कैंटीन में गरीबों, मजदूरों और प्रवासी कामगारों को तीन वक्त मुफ्त भोजने देने की घोषणा की है। इसमें नाश्ता, दोपहर और रात का खाना शामिल है।
पुडुचेरी में लॉकडाउन की तैयारी !
पुडुचेरी की उप राज्यपाल टी. सौंदरराजन ने कहा है कि अगर लोग कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में प्रशासन की मदद नहीं करते हैं तो केंद्र शासित प्रदेश में लाकडाउन लगाना अपरिहार्य हो जाएगा।