गणित की परीक्षा स्थगित होने पर भड़के छात्र
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि में 27 जुलाई को सुबह 8 से 10 बजे की पाली में होने वाली बीए/बीएससी गणित कॉम्पलैक्स एनालिसिस की परीक्षा के प्रश्न पत्र में गड़बड़ी के कारण उक्त परीक्षा गुरुवार को रद होने से छात्र भड़क गए। विरोध स्वरूप परीक्षा नियंत्रक का घेराव करने गए छात्रों ने आरोप लगाया कि गणित के प्रश्न पत्र में 31 जुलाई को होने वाले लॉ विषय के कुछ प्रश्न प्रिंट किए गए थे। जिससे विवि को यह परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इससे दूर-दराज से विवि में परीक्षा देने पहुंचे छात्रों का समय और धन बर्बाद हुआ। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और छात्रों का हर्जाना देने की मांग की।
गुरुवार को विवि छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी, सचिव सम्राट राणा, पूर्व उपाध्यक्ष अनमोल भंडारी व छात्र नेता विरेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में परीक्षा नियंत्रक का घेराव करने पहुंचे छात्रों ने विवि की कार्य प्रणाली पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए विवि प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। इस दौरान सचिव सम्राट राणा ने कहा कि गुरुवार को सुबह की पाली में परीक्षा देने पहुंचे छात्रों को परीक्षा कक्ष में उत्तर पुस्तिकाएं वितरित कर दी गई थी, साथ ही छात्रों ने उत्तर पुस्तिका में अपने अनुक्रमांक आदि भी अंकित कर दिए थे, लेकिन प्रश्नपत्र खुलने के बाद छात्रों को परीक्षा स्थगित होने की बात कहकर परीक्षा कक्षों से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उक्त परीक्षा को देने बैक पेपर परीक्षार्थी भी दूर-दराज से पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि विवि की गलती का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ा। घेराव के दौरान छात्र नेताओं की विवि के परीक्षा नियंत्रक व अन्य अधिकारियों के साथ तीखी बहस भी हुई। मौके पर अमन कांडपाल, नीरज पंचोली, अनुज कंडारी, मानस, अभिषेक श्रीयाल आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)
अब इस दिन होगी परीक्षा
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि प्रशासन ने बीएससी/बीए गणित के षष्टम सेमेस्टर के कॉम्पलैक्स एनालिसिस प्रश्न पत्र में प्रिटिंग गड़बड़ी के कारण 27 जुलाई को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी है। अब यह परीक्षा 10 अगस्त को सायं 3 से 5 बजे की पाली में संपन्न होगी। विवि के सहायक कुलसचिव परीक्षा अरविंद कुमार ने इसके आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि उक्त परीक्षा गुरूवार को विवि के 4 परीक्षा केंद्रों पर थी, जिसमें परीक्षा देने वाले करीब 650 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे।