नेपियर घास के उत्पादन का लक्ष्य करें दोगुना रू डीएम
नई टिहरी। राष्ट्रीय षि प्रसार प्रौद्योगिकी मिशन आत्मा योजना के तहत गवर्निंग बोर्ड की बैठक डीएम इवा श्रीवास्तव ने ली। बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 में षि विभाग को आवंटित धनराशि में किये गये कार्यों के साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई।
विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक में डीएम ने षि विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में सिंचाई टेंक के निर्माण का लक्ष्य 15 से 20 प्रतिशत किया जाय। जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए देंसिंग की मांग को देखते हुए इस वर्ष 200 हेक्टेयर पर देंसिंग किए जाने के की योजना तैयार करने के निर्देश दिये। कहा कि जो सिंचाई टैंक सिल्ट के कारण भर चुके हैं। उनको मनरेगा से खाली करवाया जाय, ताकि काश्तकार इसका प्रयोग दोबारा कर सकें। सिंचाई के कार्यो में स्थाई नहर की वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर एचडीपी की डिमांड लगातार बढ़ रही है। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने एसडीपी सिंचाई पाइप के लक्ष्य को बढ़ाने के निर्देश दिये। जिओ मेमब्रेन टैंक की कम लागत व अधिक समय तक टिके रहने की क्षमता देखते हुए जिलाधिकारी ने इस वर्ष जिओ मेमब्रेन टैंक के निर्माण का अच्छा-खासा लक्ष्य रखने के निर्देश दिए। सिंचाई टेंक की तुलना में जिओ मेमब्रेन टैंक कम लागत में बनकर तैयार हो जाता है और लगभग 30 वर्ष तक उपयोग में लाया जा सकता है। पिछले वित्तीय वर्ष में निर्धारित नेपियर घास के 100 हेक्टेयर के लक्ष्य को इस वित्तीय वर्ष में दोगुना करने के निर्देश दिए। फलदार के फर्टिलाइजर सेटअप की अद्यतन सूचना भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि फर्टिलाइजर के लिए काश्तकारों की निर्भरता को जनपद से ही पूरा किया जा सके।