चार धाम यात्रा को साल भर चलाया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। ग्रामीण विकास नागरिक विचार मंच उत्तराखण्ड के तत्वाधान में गुरूवार को हिमालय दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य एसडी गौड़ ने कहा कि चार धाम यात्रा को वर्षभर चलाया जाना चाहिए। उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थानों पर पॉलीथीन के उपयोग को बंद कर देना चाहिए।
मंच के अध्यक्ष प्रवेश नवानी ने हिमालय को वट वृक्ष बताते हुए उसकी जड़ों को मजबूत किये जाने की बात कही। शिव प्रकाश कुकरेती ने हिमालय बचाओ के संदर्भ में हिमालय पुत्र हेमवती नंदन बहुगुणा और सुंदरलाल बहुगुणा का स्मरण करते हुए उनके योगदान के बारे में बताया। राकेश मोहन सुंदरियाल ने चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी एवं चंडी प्रसाद भट्ट के योगदान पर चर्चा की। वरूण मैंदोला ने कहा कि हिमालय भारत की धरोहर है। बढ़ते पलायन ने हिमालयी समाज व संस्कृति के लिए संकट उत्पन्न किया है। दिनेश सिंह नेगी ने कहा कि बड़े बांध और ऑलवेदर रोड़ जैसी योजनाएं हिमालय के लिए अच्छी नहीं है। इस अवसर पर प्रभाकर ध्यानी, ओमप्रकाश बड़थ्वाल, डॉ. चंद्रप्रभा कंडवाल, राकेश मोहन सुंदरियाल, विद्या नवानी, नरेंद्र सिंह रावत आदि उपस्थित थे।