भोजनमाताओं के साथ भेदभाव कर रही सरकार
जयंत प्रतिनिधि
कोटद्वार। मानदेय बढ़ोत्तरी सहित विभिन्न मांगों को लेकर भोजनमाता संगठन का धरना गुरूवार को भी जारी रहा। भोजन माताओं ने प्रदेश सरकार पर उन्हें नौकरी से हटाने का आरोप लगाया है। कहा कि जब तक सरकार भोजनमाताओं की समस्याओं का निराकरण नहीं करती उनका अंदोलन जारी रहेगा।
गुरूवार को भी भोजन माताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने अतिथि शिक्षकों व भोजनमाताओं को आश्वासन दिया था कि जल्द उनकी मांगें पूरी हो जायेगीं। कहा कि अतिथि शिक्षकों की मांग तो पूरी कर दी है गयी है लेकिन भोजनमाताओं की मांगों की मांगों को दरकिनार कर दिया गया है। पूर्व में प्रदेश सरकार ने भोजनमाताओं का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी। बावजूद इसके अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाले अल्प वेतन में भोजनमाताओं का अपने परिवार की आर्थिकी चलाना भी मुश्किल हो गया है। सरकार को पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्यो का निर्वहन कर रही भोजन माताओं के बारे में भी विचार करना चहिए। कहा कि भोजनमाताओं के लिए काम करने का समय निर्धारित करने के बाद भी उनसे अतिरिक्त कार्य करवाया जाता है। पर्वतीय क्षेत्रों में पर्याप्त छात्र संख्या होने के बाद भी भोजनमाताओं को नौकरी से निकाला जा रहा है। कहा कि प्रदेश सरकार की इस कार्यप्रणाली से भोजनमाताओं में रोष बना हुआ है। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष अनीता शर्मा, गुडडी देवी, आशा देवी, मंजू देवी, विजया देवी, कलावती देवी, उषा देवी, गुड्डी देवी, पुष्पा देवी, भागीरथी देवी, दीपा देवी, रजनी देवी, मंजू देवी, सुधा देवी, महेश्वरी देवी, पार्वती देवी, मालती देवी, उर्मिला देवी, मंजू देवी, गीता देवी, मालती देवी, सरस्वती देवी,बीना देवी, मुन्नी देवी उपस्थित थे।