पर्यावरण दिवस पर कुंभीचौड़, कलालघाटी, सेंधीखाल, कण्वघाटी, में किया वृक्षारोपण
पर्यावरण को स्वस्थ, सुरक्षित और संरक्षित रखने की ली शपथ
चित्रकला में कंचन, काजल, आंचल अव्वल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विश्व पर्यावरण दिवस पर राजकीय इंटर कॉलेज कुम्भीचौड़ में फलदार, औषधीय प्रजाति के पौधे रोपे। बेबिनार के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पर्यावरण को स्वस्थ, सुरक्षित एवं संरक्षित रखने की शपथ दिलाई गई।
प्रधानाचार्य वीरेंद्र कुमार बुड़ाकोटी, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र कुमार भंडारी ने विद्यालय परिसर में पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर बेबिनार का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य ने स्वयं सेवियों को अपने घर एवं पड़ोस में एक-एक पौधा लगाने, पर्यावरण पर पोस्टर बनाने, निबंध लिखने के लिए प्रेरित किया। साथ ही तालाब, नदी, पोखर को प्रदूषित न करने, जल का दुरूप्रयोग न करने, प्लास्टि, पॉलीथिन का उपयोग बंद करने की अपील की। इस अवसर पर नीरज कुमार कमल, अनिल प्रसाद गौड़, दीवान सिंह रावत, पंकज रावत, मेहरवार्न ंसह रावत, इस्लामुद्दीन, रमजान अली आदि मौजूद थे।
वहीं राजकीय इंटर कॉलेज सेंधीखाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें कचन ने प्रथम, काजल ने द्वितीय, आंचल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम अधिकारीदौलत सिंह गुसांई, सहायक कार्यक्रम अधिकारी बालमोहन ध्यानी, पूर्व कार्यक्रम अधिकारी सत्यपाल सिंह रावत के मार्गदर्शन में स्वयं सेवी विद्यालय के सेवित गांवों में लोगों को मास्क एवं आइवर मैक्टिन दवा वितरित करने में सहयोग कर रहे है।
पेंटिंग प्रतियोगिता में श्रेया ने मारी बाजी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कलालघाटी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की स्वयं सेवियों ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। इस अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें श्रेया डबराल ने प्रथम, कमला और कामिनी ने द्वितीय, अंजलि डबराल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मंजू कपरवाण ने परिवार के साथ वृक्षारोपण किया। डॉ. मंजू कपरवाण ने कहा कि लगातार बढ़ रहे पर्यावरण के खतरे को देखते हुए हमें सभी को सचेत रहने की जरूरत है। हमें वातावरण को शुद्ध बनाने के लिए साफ-सफाई के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने की जरूरत है। पर्यावरण को शुद्ध बनाने व स्वच्छता में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीपल, नीम और बरगद के पेड़ अधिक से अधिक संख्या में लगाने चाहिए। क्योंकि यह पेड़ सबसे अधिक ऑक्सीजन देते है। श्रेया, शैफाली, प्रियांशी, संध्या चौधरी, स्वाति नेगी, मानसी भट्ट ने अपने परिवारों के सदस्यों व आसपास के लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया।
वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया
कोटद्वार। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रेंज कार्यालय लैंसडौन और छावनी परिषद लैंसडौन कार्यालय में में विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपकर लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर सफाई अभियान चलाकर रेंज कार्यालय की साफ-सफाई की गई।
इस मौके पर एसडीओ दिनेश चंद्र घिल्डियाल, रेंजर पूनम कैंथोला, वन दरोगा प्रवीन सिंह, वन आरक्षी कुलदीप सिंह नौटियाल, छावनी परिषद की मुख्य अधिशासी अधिकारी शिल्पा ग्वाल, सहायक अभियंता एसवीएस राना, कार्यालय अधीक्षक अनिल चंद्र बौठियाल, वन अनुभाग प्रभारी रमेश चंद्र बुढ़ाकोटी आदि मौजूद थे।
संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राष्ट्रीय सेवा योजना के पदाधिकारियों एवं स्वयं सेवकों ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज कण्वघाटी में पौधा रोपण कर पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का संकल्प लिया। इस अवसर पर राइका बिडोली के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी अरुण कुमार का लोक सेवा आयोग के माध्यम से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ चमोली में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में चयन होने पर गढ़वाल मंडल प्रकोष्ठ द्वारा उन्हें शॉल ओढ़ाकर एवं पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के गढ़वाल मंडल समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी ने बताया कि हर साल लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का फैसला 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में लिया गया था। इसके बाद 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस वर्ष इसकी थीम “पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली” निर्धारित की गई है। एनएसएस के जिला समन्वयक एवं जिला नोडल अधिकारी परितोष रावत ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने इंसान को यह संदेश दे दिया है कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है, स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण के बिना समाज की कल्पना अधूरी है। इस अवसर पर जनपद पौड़ी के कार्यक्रम अधिकारी रमाकांत कुकरेती, राजन शर्मा, दिनेश राणा, हिमांशु द्विवेदी, सत्यपाल सिंह नेगी, डॉ. आशुतोष ढ़ौडियाल, युगजीत सेमवाल, अरुण कुमार ने अमरुद, बेल, आंवला के फलदार पौधे रोपे।