पारा बढ़ने के साथ जलने लगा ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा, बढ़गी मुश्किलें
गाड़ीघाट खोह नदी के तट पर बने ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़े पर लगी आग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गाड़ीघाट खोह नदी के तट पर बना ट्रेंचिंग ग्राउंड आसपास के परिवारों के लिए मुसीबत बन गया है। हालत यह है कि गर्मी बढ़ने के साथ ही ट्रेंचिंग ग्राउंड में पड़े कूड़े पर आग लगनी शुरू हो गई है। रविवार को ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा जलता हुआ नजर आया। ऐसे में यदि कूड़े को जलने से रोकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो गर्मी के मौसम में समस्या अधिक बढ़ सकती है।
कोटद्वार नगर निगम से पूर्व गाड़ीघाट स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में 11 वार्डों का कूड़ा डाला जाता था। लेकिन, नगर निगम गठन के बाद ट्रेंचिंग ग्राउंड में चालीस वार्डों का कूड़ा डाला जा रहा है। नतीजा ट्रेचिंग ग्राउंड में जगह-जगह कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए हैं। हल्की गर्मी बढ़ने के साथ ही कूड़े के ढेर ने आग पकड़ना शुरू कर दिया है। रविवार सुबह कूड़े के पहाड़ों से धुंआ निकलता हुआ नजर आ रहा था। धीरे-धीरे आग आगे बढ़ती जा रही थी। कुंभीचौड़ वासी संजय रावत, मुन्ना सिंह ने बताया कि प्रत्येक गर्मी के मौसम में ट्रेंचिंग ग्राउंड गाड़ीघाट, झूलापुल, कुंभीचौड़ के वाशिंदों के लिए मुसीबत बनता है। आबादी के बीच संचालित हो रहे ट्रेंचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए कई बार नगर निगम व प्रशासन को पत्र भी दे चुके हैं। लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
तो दम घोटेगा जहरीला धुंआ
हर वर्ष गर्मी बढ़ने के दौरान कूड़े के ढेर पर आग धधकने लगती है। नतीजा कूड़ा जलने से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण आसपास के परिवारों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। परिवारों को संक्रामक बीमारियों का खतरा बना रहता है। वहीं, ट्रेंचिंग ग्राउंड से सटे राजकीय स्टेडियम में खेल प्रशिक्षण के लिए पहुचने वाले खिलाड़ियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।