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होशंगाबाद में दो भाई आमने-सामने, सिंधिया नहीं लड़ेंगे चुनाव, ग्वालियर से उनकी मामी को टिकट

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नई दिल्ली , एजेंसी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी कर दी है। अब तक कुल 230 में 228 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान हो चुका है। अब केवल गुना और विदिशा विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों का एलान होना बाकी है। इसके साथ तय हो गया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सिंधिया की मामी पूर्व मंत्री माया सिंह ग्वालियर पूर्व से मैदान में उतरी हैं। वहीं, होशंगाबाद में पार्टी ने मौजूदा विधायक सीतासरन शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। यहां मुकाबला दो सगे भाइयों में होगा।

होशंगाबाद में मुकाबला दिलचस्प हो गया है। यहां भाजपा ने डॉ. सीतासरन शर्मा को टिकट दिया है, जबकि यहां से कांग्रेस उनके सगे भाई     गिरिजा शंकर शर्मा को टिकट दे चुकी थी। गिरिजा शंकर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हो चुके थे। पिछले 33 साल से शर्मा परिवार का इस सीट पर कब्जा रहा है। 2003 और 2008 में गिरिजा शंकर यहां से भाजपा विधायक थे। वहीं, 2013 और 2018 सीतासरन शर्मा विधायक रहे।

भाजपा ने ग्वालियर पूर्व से पूर्व मंत्री और सांसद माया सिंह को टिकट दिया है। वे रिश्ते में ज्योतिरादित्य सिंधिया की मामी लगती हैं। 2018 में यहां से कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल जीते थे, जबकि भाजपा के सतीश सिकरवार को हार मिली थी। सिकरवार अब कांग्रेस में चले गए हैं और यहीं से उम्मीदवार हैं।

इंदौर-3 से आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटना तय था, हुआ भी यही क्योंकि उनके पिता और पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से मैदान में हैं। आकाश की सीट पर अब राकेश गोलू शुक्ला को टिकट दिया गया है। दिलचस्प रूप से गोलू शुक्ला संजय शुक्ला के रिश्ते में भाई में लगते हैं, जो उसी इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय के सामने कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं। वहीं, इंदौर-5 से महेंद्र हार्डिया को दोबारा टिकट दिया गया है, जबकि यहां से भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे भी टिकट के दावेदार थे।

दमोह से भाजपा ने जयंत मलैया को फिर टिकट दिया गया है। सिंधिया के साथ भाजपा में आए राहुल लोधी का टिकट कट गया है। राहुल लोधी 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस के अजय टंडन से हार गए थे। टंडन एक बार फिर से कांग्रेस उम्मीदवार हैं।

टिमरनी से भाजपा ने संजय शाह को टिकट दिया है, जबकि उनके भाई विजय शाह हरसूद से मैदान में हैं। बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन का टिकट काटकर उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया गया है। यहां मुकाबला दो महिलाओं के बीच होगा। कांग्रेस ने अनुभा मुंजारे को टिकट दिया है। विक्रम वर्मा की पत्नी नीना वर्मा को भाजपा ने धार से उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने यहां से प्रभा गौतम को टिकट दिया है। इस सीट पर भी महिला बनाम महिला मुकाबला होगा। इन्हीं दोनों के बीच 2018 में भी मुकाबला हुआ था, तब नीना वर्मा ने प्रभा गौतम को 5,718 वोट से हराया था।

भाजपा ने भोपाल दक्षिण-पश्चिम से भगवानदास सबनानी को उम्मीदवार बनाया है। यहां से उमाशंकर गुप्ता टिकट के दावेदार थे। भोपाल मध्य से विधायक रहे सुरेंद्र नाथ सिंह भी दावेदारी पेश कर रहे थे।

मध्य प्रदेश के विधान सभा अध्यक्ष रहे श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी को भी भाजपा ने त्योंथर से अपना उम्मीदवार बनाया है। सिद्धार्थ 18 अक्तूबर को ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं। सिद्धार्थ के पिता सुंदर लाल तिवारी भी कांग्रेस विधायक रह चुके हैं। सिद्धार्थ तिवारी ने रीवा लोकसभा सीट से 2019 में कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था।

2018 के विधानसभा चुनाव में 230 सीटों में से सिर्फ एक सीट पृथ्वीपुर पर भाजपा उम्मीदवार की जमानत जब्त हुई थी। यहां से इस बार पार्टी ने शिशुपाल यादव के टिकट दिया है। 2018 में सपा के टिकट पर लड़े शिशुपाल यादव दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह राठौड़ ने 7,620 वोट से हराया था। इस बार भी राठौड़ के निधन के बाद 2021 में यहां उपचुनाव हुए। उपचुनाव में बृजेंद्र राठौड़ के बेटे नितेंद्र सिंह राठौड़ को हराकर भाजपा उम्मीदवार शिशुपाल यादव ने जीत दर्ज की थी। एक बार फिर इस सीट पर नितेंद्र राठौड़ और शिशुपाल यादव आमने-सामने होंगे।

 

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