उत्तराखंड विस मानसून सत्र 2020: 23 सितंबर को केवल एक दिन का होगा सत्र, नहीं होगा प्रश्नकाल
देहरादून । उत्तराखंड में मानसून सत्र आखिरकार कोरोना की चपेट में आ ही गया। अब सिर्फ एक दिन का ही विधानसभा सत्र होगा। इसमें सरकार अध्यादेश और विधेयक लेकर आएगी और उसी दिन उन्हें पास भी कराएगी। प्रश्नकाल नहीं होगा। शून्यकाल में प्रश्नों के जवाब दिए जाएंगे और कार्य स्थगन के प्रस्ताव स्वीकार किए जाएंगे।
वैैसे तो सरकार ने कुछ दिन पहले ही एक दिन के सत्र का फैसला कर लिया था। विधानसभा में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक से ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के कोरोना पजिटिव पाए जाने के बाद यह सरकार की मजबूरी भी बन गया। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पहले ही कोरोना पजिटिव होने के कारण सदन से बाहर हो गईं हैं।
स्पीकर की अनुपस्थिति में अब उपसभापति रघुनाथ सिंह चौहान विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका निभाएंगे। कार्यमंत्रणा समिति की रविवार को हुई बैठक की अध्यक्षता भी उन्होंने की। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने स्पष्ट किया कि कोरोना के कारण हाउस को लंबा नहीं खींचा जा सकता। सत्र एक ही दिन का होगा। कार्यस्थन के प्रस्ताव आएंगे। प्रश्नकाल नहीं होगा और कार्यमंत्रणा समिति के सामने अभी करीब दस अध्यादेश और दो विधेयक रखे गए हैं। करीब आठ अध्यादेश और लाए जा सकते हैं। भोजन अवकाश से पहले अध्यादेश और विधेयक सदन के पटल पर रखे जाएंगे और भोजन अवकाश के बाद इन्हें पारित किया जाएगा।