उत्तराखंड

जोशीमठ नृसिंह मंदिर के निकट बनेगी वाहन पार्किंग

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चमोली। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति जल्द नृसिंह मंदिर जोशीमठ के निकट वाहन पार्किंग बनाने जा रही है। इसे लेकर बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने अपने इंजीनियरों को आवश्यक ड्रांइग बनाने के निर्देश दे दिये हैं। साथ ही शिव पावर्ती के विवाह स्थल त्रिजुगीनारयण मंदिर परिसर का विस्तार एवं वेदी का जीर्णोद्घार को अनुमति के लिए उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार को पत्र लिखा है। त्रिजुगीनारायण का विकास प्रसाद योजना के अंर्तगत करने का प्रयास किया जाएगा। श्री बदरीधाम के कपाट बंद होने के बाद जोशीमठ पहुंचे बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने कहा कि वह बीकेटीसी व इसमें सेवारत कर्मचारियों को हाईटेक बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस समिति का निर्माण 1939 में हुआ, लेकिन आज तक इस समिति का स्किल डैवलेपमेंट नहीं हो पाया है। अब बदरीनाथ एवं केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। जितने यात्री दोनों धामों में आ रहे हैं उन्हें मंदिर के गर्भ गृह में दर्शन करवा पाना एक चुनौती बनता जा रहा है। इसके लिए शीतकालीन गद्दी स्थलों व मंदिर समिति के अधीनस्त मंदिरों की ओर भी तीर्थ यात्रियों का रुझान बढ़ाना होगा ताकि दोनो धामों में दबाव कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि ओमकारेश्वर मंदिर के कोठ के जीर्णोंद्घार के लिए डीपीआर तैयार हो रही है। इसके जीर्णोद्घार में 25 करोड़ तक का खर्चा आयेगा। साथ ही केदारनाथ आपदा में ध्वस्त ईशनेश्वर मंदिर का जीर्णोद्घार शुरू कर दिया गया है। यदि केदारनाथ में स्थान मिला तो वेदपाठी, पुजारी व कर्मचारियों के रहने के लिए एक बहुमंजिला आवास भवन बनाया जाएगा। उनकी योजना है कि बदरी केदार में कुछ ऐसी आधुनिक धर्मशालाएं बनाई जाएं, जिनमें कम दामों में तीर्थ यात्रि रात्रि विश्राम कर सकें। अध्यक्ष भट्ट ने माना की वर्तमान युग इंफोरमेशन टेक्नालाजी का है।

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