राम-भरत का मिलन देख भावुक हुए दर्शक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : श्री रामलीला कमेटी दुगड्डा की ओर से दुगड्डा में आयोजित रामलीला के सप्तम दिवस गुरुवार को भरत-राम मिलन लीला का मंचन किया गया। भगवान राम व भरत का एक दूसरे के प्रति अगाध प्रेम देख दर्शक भावुक हो गए।
लीला का आरंभ अमित अग्रवाल व अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। लीला का आरंभ जग में सुंदर हैं दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम.., भजन के साथ किया गया। तत्पश्चात महाराज दशरथ द्वारा राम के वन जाने पर विलाप करना, राम के वियोग में राजा दशरथ द्वारा प्राण त्यागना, कैकई-भरत संवाद, भरत का राम को वन से वापस लेने के लिए प्रस्थान करना, भरत द्वारा श्री राम को अयोध्या वापस चलने के लिए कहना और राम का मना करना और भरत द्वारा उनकी चरण पादुका लेकर अयोध्या वापस आने तक की लीला का मंचन किया गया। लीला के संचालन में नितेश ठाकुर, संजीव कोटनाला, प्रदीप बडोला, बबली बिष्ट, दीपक, मनोज, अंकित, नरेन्द्र, राहुल जैन ने सहयोग दिया।