उत्तराखंड

एनएमएमएस सिस्टम के विरोध में ग्राम प्रधान

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बागेश्वर। मनरेगा के तहत एनएमएमएस से उपस्थिति दर्ज कराने का ग्राम प्रधान संगठन ने विरोध शुरू कर दिया है। नाराज प्रधानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से पहाड़ों की भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार नियम बनाने की मांग की है। जल्द समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्राम प्रधान संगठन के बागेश्वर ब्लक अध्यक्ष बसंत कुमार टम्टा के नेतृत्व में ग्राम प्रधान शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने एक जनवरी से राज्य में मनरेगा में मोबाइल मनिटरिंग सिस्टम को अनिवार्य रूप से लागू किया है। जिसका ग्राम प्रधान संगठन विरोध करता है। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है कि अधिकतर गांवों में नेटवर्क नहीं है। कई किमी पैदल मार्ग है। यहां यह सिस्टम लागू होना संभव नहीं है। एमआईएस साइट को दिनों-दिन जटिल बनाया जाना, एमआईएस में आधार, एफटी, भुगतान की समस्या, प्रधानों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिए बगैर एनएमएमएस लागू करना ठीक नहीं है। मनरेगा के तहत गांव में 20 ही कार्य किए जाने की बाध्यता ठीक नहीं है। इस कारण गांव में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने सीएम को ज्ञापन सौंपकर एनएमएमएस सिस्टम समाप्त करने की मांग की है। मांग करने वालों में सरिता देवी, हयात सिंह, दीपा, गीता देवी, गणेश सिंह, जीवन लाल, नवीन कुमार, गणेश सिंह, मनोज कुमार, मनोज थापा, घनश्याम राणा तथा महेंद्र प्रसाद आदि मौजूद रहे।

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