तिवाड़ के ग्रामीणों ने की पुनर्वास नीति के तहत भूमि आवंटन की मांग
नई टिहरी। बांध प्रभावित तिवाड़ गांव के ग्रामीणों ने पुनर्वास नीति के तहत भूमि आवंटन की मांग की है। ग्रामीणों ने इस संबंध में डीएम के माध्यम से सिंचाई सचिव को ज्ञापन भेजा है। उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति के अध्यक्ष कुलदीप पंवार ने कहा कि बांध प्रभावित तिवाड गांव के अधिकांश ग्रामीणों की 50 प्रतिशत से कम भूमि बांध के कारण प्रभावित हुई है, जिस कारण उनका विस्थापन नहीं हो पाया है। पुनर्वास नीति के तहत बांध प्रभावित परिवारों को नगद धनराशि या फिर उसके बदले भूमि दी जानी चाहिए थी, लेकिन मामले में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। बताया उक्त मांग को लेकर ग्रामीणों ने तीन माह पूर्व धरने पर बैठे, जिस पर टीएचडीसी, पुनर्वास विभाग और प्रशासन की ओर से प्रभावित ग्रामीणों को गोरण तोक में भूमि दिये जाने की बात हुई थी, लेकिन तीन माह बीते जाने के बाद भी मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। उन्होंने पुनर्वास निदेशक से ग्रामीणों को गोरण की भूमि देने की मांग की है।
उधर, दूसरी ओर से कोटी कलोनी व्यापार मंडल ईकाई ने टिहरी बांध की झील के किनारे पर्यटन विभाग की ओर से बनाई गई दुकानों को कोटी कलोनी के व्यापारियों को आवंटित करने की मांग की है। व्यापार मंडल महामंत्री गोपाल रतूड़ी ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा स्थानीय दुकानदारों की उपेक्षा कर उक्त दुकनों के आवंटन की टेंडर प्रक्रिया की शुरु की जा रही हैं, स्थानीय व्यापारियों में पर्यटन विभाग के खिलाफ रोष है। उन्होंने स्थानीय व्यापारियों को प्राथमिकता के आधार दुकानें आवंटित किये जाने की मांग की है। मांग करने वालों बालम पंवार, दिनेश चंद्र, नरेन्द्र रावत, आशोक कुमार, संजय कुमार, पुरुषोत्तम, गब्बर सिंह, पवन दीप, जगदीप पंवार, आशीष रावत साब सिंह, द्गिंबर सिंह आदि मौजूद थे।