कोटद्वार-पौड़ी

दूसरे दिन भी जाम रहे वाहनों के पहियें, यात्री रहे परेशान

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नए कानून के विरोध में जारी रही वाहन चालकों की हड़ताल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नए हिट एंड रन कानून के विरोध में रोडवेज चालकों के साथ ही अन्य वाहन चालकों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। पूरे दिन वाहन नहीं मिलने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि दिल्ली को जाने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन का विकल्प था। लेकिन, पहाड़ जाने वाले यात्री सबसे अधिक परेशान नजर आए।
नए कानून को लेकर तीन दिवसीय देशव्यापी चक्काजाम किया गया है। जिसका असर दूसरे दिन भी कोटद्वार में देखने को मिला। पहले दिन की हड़ताल में जहां पहाड़ के लिए जीएमओयू व मैक्स वाहनों का संचालन हो रहा था। वहीं, दूसरे दिन पहाड़ी रूट पर जीएमओयू व मैक्स वाहनों का संचालन पूरी तरह बंद रहा। ऐसे में कोटद्वार से पहाड़ के लिए जाने वाले यात्रियों को सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा। चक्का जाम का फायदा प्राइवेट कैब संचालकों ने खूब उठाया। दिल्ली जाने के लिए दो हजार रुपये प्रति सवारी किराया वसूला गया। जबकि, अन्य दिनों में यह किराया पांच सौ रुपये होता है। यही हाल पर्वतीय क्षेत्रों में भी देखा गया। वहीं, उत्तराखंड स्टेज कैरेज बस आपरेटर्स महासंघ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजते हुए केंद्र सरकार के नये हित एंड रन कानून का विरोध किया। कहा कि सरकार को नया कानून वापस लेना चाहिए। महासंघ के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने कहा कि यदि हड़ताल इसी तरह जारी रही तो पर्वतीय क्षेत्रों में खाद्य पदार्थ महंगे हो जाएंगे।

तो बढ़ सकती है समस्या
ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रकों के पहिए थमने से एलपीजी गैस, सब्जियों, पेट्रोल-डीजल पर संकट गहराने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। मैदान से ही पहाड़ों के लिए खाद्य पदार्थों की सप्लाई की जाती है। ऐसे में यदी जल्द हड़ताल नहीं खुली तो इसका सबसे अधिक प्रभाव पर्वतीय क्षेत्रों में दिखाई देगा। वहीं, कोटद्वार में मंगलवार को पेट्रोल व डीजल भरवाने के लिए वाहनों की लंबी कतारें भी दिखाई दी।

वाहन रोककर किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन मामले में नए कानून के विरोध में कोटद्वार के वाहन चालकों ने कौड़िया चैक पोस्ट पर प्रदर्शन करते हुए वाहनों को रोक कर प्रदर्शन किया और नए कानून को चालकों के हितों के विपरीत बताया। दूसरे दिन कोटद्वार के वाहन चालक कौड़िया चैक पोस्ट पहुंचे जहां उन्होंने वाहनों को रोककर प्रदर्शन करते हुए हंगामा करना आरंभ कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बामुश्किल वाहनों की आवाजाही आरंभ कराई।

चालकों का शोषण कर रही सरकार
कांग्रेस नेता प्रवेश रावत ने केंद्र सरकार पर नए कानून को लागू कर चालकों के शोषण का आरोप लगाया है। कहा कि सरकार हर क्षेत्र में तानाशाही रवैया अपना रही है। आमजन सरकार की नीतियों से नाखुश है। जनविरोधी नीतियों को जबरन आमजन पर थोपा जा रहा है। कहा कि एमवी एक्ट में चालकों को खिलाफ बनाया गया यह कानून किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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