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‘जब आप सीमाए छोड़ें तो…’, जयशंकर ने दुनियाभर से भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी का दिया आश्वासन

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राजकोट (गुजरात), एजेंसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दुनियाभर में भारतीय नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी का आश्वासन दिया। उन्होंने याद दिलाया किस तरह भारत की विदेश नीति हिंसा प्रभावित हैती से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन इंद्रावती और यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने में सबसे आगे थी।
उन्होंने कहा कि भारतीयों को पूरा भरोसा होना चाहिए कि सरकार सभी प्रकार की घटनाओं और संकटों में उनके साथ खड़ी रहेगी। चाहे वह यूक्रेन हो, नेपाल में भूकंप हो, यमन युद्ध हो या अन्य और देश, उन्हें कभी भी उनके भाग्य के भरोसे नहीं छोड़ेगी। गुजरात के राजकोट में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा, जब आप भारत की सीमाओं को छोड़कर दुनिया में जाएं तो पूरे भरोसे के साथ जाएं कि भारत सरकार आपके साथ खड़ी है।
जयशंकर ने भारत के अति सक्रिय रुख का जिक्र किया और संकट के दौरान कुछ अन्य देशों द्वारा अपने नागरिकों को निकालने के सीमित प्रयासों से इसकी तुलना की। उन्होंने कहा, यदि आप यूक्रेन को देखते हैं, तो हम लोगों ने उस समय 90 उड़ाने चलाईं। जबकि कुछ देशों ने 4-5 उड़ानें चलाईं। कई ने अपने लोगों को यह कहते हुए वहीं छोड़ दिया कि अगर आप फंस गए हैं तो अकेले वहां से निकल जाएं। हम आपके लिए कुछ नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि जो देश अपने लोगों को उनके भाग्य के भरोसे छोड़ देता है, उसका कभी सम्मान नहीं होगा। जयशंकर ने नेपाल, यमन, गाजा और सूडान के घटी महत्वपूर्ण घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा, अगर आप बीते दस वर्षों को देखों तो नेपाल में भूकंप आया, यमन में युद्ध हुआ, हाल ही में सूडान में भी युद्ध चल रहा था और गाजा में जो कुछ भी हुआ और जब तालिबान ने अफगानिस्तान ने तालिबान पर कब्जा किया तो कुछ लोग भारत में शरण लेने आए।
उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल का मकसद विदेश यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के बीच भरोसा पैदा करना है। विदेश मंत्री ने कहा, यह व्यवस्था हमारे नागरिकों में भरोसा पैदा करने के लिए है कि जब आप भारत की सीमाएं छोड़ रहे हैं और बाहर जा रहे हैं तो पूरे भरोसे के साथ जाइए कि भारत सरकार आपके साथ खड़ी है। यह सरकार सिर्फ बात नहीं करती है, बल्कि काम भी करती है।

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