डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा – कोरोना का सब-वैरिएंट एक्सबीबी ज्यादा खतरनाक
पुणे, एजेंसी। भारत में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट के बढ़ते मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को कहा कि काविड-19 के 300 से अधिक वैरिएंट मौजूद हैं और इसके नए वैरिएंट ग्ठठ का होना चिंता का विषय है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोविड का नया वैरिएंट ग्ठठ ज्यादा खतरनाक है।
उन्होंने पुणे में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ओमिक्रोन के 300 से ज्यादा सब वैरिएंट मौजूद है। मुझे लगता है कि फिलहाल इसके ग्ठठ वाला वैरिएंट का होना चिंताजनक है। यह वायरस रिकोबिनेंट वायरस टपतने है। हालांकि इससे पहले भी इस तरह के वायरस देखे गए हैं। यह वायरस बहुत ही प्रतिरक्षात्मक है और मानव शरीर में मौजूद एंटीबाडी को कम कर सकता है, जिसके कारण हमें विश्व के कुछ देशों में संक्रमण की एक और लहर देखने को मिल सकता है।
स्वामीनाथन ने एसबीबी के अन्य प्रकार पर नजर रखने के महत्व पर जोर देते हुए कहा,हम बी। ़ 5 और बी।़1 के डेरिवेटिव पर भी नजर बनाए हुए हैं, जो अधिक संक्रामक होने के साथ-साथ ज्यादा घातक भी है। यह वायरस विकसित होने के साथ ही काफी तेजी से फैलने लगता है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश को यह सुझाव देने के लिए कोई डेटा फिलहाल मौजूद नहीं है कि इसका सब वैरिएंट क्लिनिकल रूप से अधिक गंभीर है। हालांकि कुछ देशों में यह वायरस काफी तेजी से फैल रहा है।
उन्होंने इसके निगरानी के महत्व पर जोर देते हुए कहा, हमें इसकी निगरानी और लगातार इसपर नजर बनाए रखने की जरुरत है। हमनें पिछले कुछ माह के अंदर पूरे देश में इसके परीक्षण की कमी देखी है। हमें इसके परीक्षण को बढ़ाने की भी जरुरत है। उन्होंने कहा कि हमारे पास कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कई उपकरणों के अलाव वैक्सीन भी मौजूद है।