जिला अस्पताल पौड़ी का पीपीपी मोड में संचालन शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिला चिकित्सालय पौड़ी का सोमवार से पीपीपी मोड में इंद्रेश अस्पताल ने विधिवत संचालन शुरू कर दिया है। जिला चिकित्सालय पौड़ी व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ में इंद्रेश अस्पताल के चिकित्सकों ने कार्य शुरू कर दिया है। जबकि सीएचसी घंडियाल का संचालन 5 फरवरी से किया जाएगा।
जिला अस्पताल को पीपीपी मोड में संचालित किए जाने के लिए लंबे समय से कवायद चल रही थी। हालांकि स्थानीय निवासियों सहित कांग्रेस, यूकेडी व आम आदमी पार्टी ने इसका विरोध किया था। स्थानीय निवासियों का कहना था कि जिला चिकित्सालय को निजी हाथों में सौंपने के बजाय और बेहतर सुविधाओं से युक्त किया जाना चाहिए था। जिला चिकित्सालय पौड़ी को लंबे समय से पीपीपी मोड में संचालित किए जाने की कवायद चल रही थी। जिसके लिए कई निजी चिकित्सा संस्थानों ने जिला चिकित्सालय का दौरा भी किया था। वर्ष 2019 के अंत में इंद्रेश अस्पताल प्रशासन देहरादून ने पीपीपी मोड के तहत अस्पताल के संचालन के लिए दौरा किया था। करीब तीन बार निरीक्षण के बाद अक्टूबर 2020 में शासन स्तर पर मंहत इंद्रेश अस्पताल प्रशासन देहरादून को जिला चिकित्सालय पीपीपी मोड संचालन की जिम्मेदारी दिए जाने पर सहमति बनी। 15 जनवरी 2021 को मंहत इंद्रेश अस्पताल प्रशासन ने पीपीपी मोड संचालन के लिए अस्पातल में ट्रायल शुरू किया था। करीब 16 दिनों के ट्रायल के बाद अब इंद्रेश अस्पताल ने सोमवार से अस्पताल का विधिवत संचालन शुरू कर दिया है। चिकित्साधीक्षक डा. गौरव रतूड़ी ने बताया कि जिला अस्पताल पौड़ी व सीएचसी पाबौ में ओपीडी शुरू कर दी गई है। जिला अस्पताल में 10 व पाबौ में 4 चिकित्सकों ने कार्य शुरू कर दिया है। डा. रतूड़ी ने बताया कि सीएचसी घंडियाल का संचालन 5 फरवरी से विधिवत शुरू कर दिया जाएगा।
पहले दिन रही अव्यवस्थाएं
पीपीपी मोड पर संचालन के पहले दिन अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी रही। मरीजों व उनके तीमारदारों को पर्ची बनाने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। इसके अलावा मरीज डाक्टरों के लिए भी भटकते रहे। आयुष्मान कार्ड के लिए भी असमंजस की स्थिति बनी रही।
तीन अस्पताल है क्लस्टर में शामिल
पीपीपी मोड में अस्पतालों के संचालन के लिए सरकार की ओर से पौड़ी जनपद में तीन अस्पतालों का क्लस्टर बनाया गया है। जिसमें जिला अस्पताल पौड़ी, सीएचसी घंडियाल व सीएचसी पाबौ शामिल हैं। इन तीनों अस्पतालों का संचालन इंद्रेश अस्पताल प्रबंधन की ओर से किया जाना है।