मौसम की मार: पौड़ी जिले में 33 मार्ग बंद
-बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण हुए भूस्खलन व मलबे से जनपद पौड़ी में शुक्रवार को 33 मार्ग बंद रहे। जिससे इन मार्गों पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार बंद मार्गों को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार भूस्खलन व मार्ग पर मलबा आने के कारण पौड़ी में बेडा का बगड मोटर मार्ग, श्रीनगर में मुसौली तैलाधार जकोटखाल मोटर मार्ग, लैंसडौन में सतपुली-दुधारखाल-धारकोट मोटर मार्ग, रैतपुर-कुणजोली मोटर मार्ग, टकोलीखाल-बीरोंखाल मोटर मार्ग, बाघांट-सीला-नैणी-कोटली-पाटली मोटर मार्ग, कोटडीसैंण-खालदरखास्ती-डबराड मोटर मार्ग, दुगड्डा में बसरड़ा-बरई-रथुवाढाब मोटर मार्ग, हनुमंती-उफरेखाल-कांडाखाल मोटर मार्ग, बैजरो में बैजरो-जोगीमणी, सराईखेत-भगवतल्लया-चौखाल-जसपुरखाल-भंडेली मोटर मार्ग, चकरगांव-कल्याणखाल मोटर मार्ग, पाबौ में मरचूला-सराईखेत बैजरो-पोखड़-सतपुली मोटर मार्ग, पैठाणी-कोटी मोटर मार्ग, स्योली-डाटपुल से मल्ली स्योली-झरेऊ-किमोली-भैसवाड़ा मोटर मार्ग, स्योली तल्ली मोटर मार्ग, चैरी बंगला मंथीगांव मोटर मार्ग, पाबौ-संतुधार-चौबट्टाखाल-चौरीखाल-दमदेवल मोटर मार्ग, एनएच 121 से नान्दा जवाड़ी मोटर मार्ग, बिडोली-बिंजोली मोटर मार्ग, सुनारगांव में मुख्य नदी पर कठुड़ के लिए पैदल सेतु बंद हैं। इनमें से कई मार्गों को जल्द से जल्द खोलने का दावा किया जा रहा है। जबकि, कुछ मार्गों के खुलने में अभी काफी वक्त लग सकता है।