मंदिर जाने वाली नदी में सीवर डालने का विरोध —–
-चम्पावत। ऋषेश्वर प्रबंधन समिति और श्रीराम सेवा सांस्कृतिक रामलीला कमेटी ने नगर पंचायत को ज्ञापन देकर देवीधार से ऋषेश्वर मंदिर तक जाने वाली नदी में सीवर डालने का कड़ा विरोध किया। उन्होंने नगर पंचायत से सीवर डालने वालों पर कार्रवाई और सीवर के निस्तारण के लिए ठोस योजना बनाने की मांग बनाई। मंगलवार को प्रबंधन समिति के सचिव प्रकाश राय और रामलीला कमेटी अध्यक्ष जीवन मेहता ने नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंद वर्मा को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि देवीधार से निकलने वाली काली रौ नदी में लोग अपने घरों का सीवर डाल रहे हैं। इससे ऋषेश्वर मंदिर में सीवर की गंदगी आ रही है। उन्होंने बताया कि मंदिर लोहाघाट का पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व का आस्था केन्द्र है। जहां पर यह जल रोजाना बेताल बाबा में चढ़ाया जाता और स्नान करते हैं। इस नदी के जल से शारदीय नवरात्रि के अष्टमी के दिन बारह गांव के देव डांगर भी स्नान करते हैं। उन्होंने कहा कि ठाढाढुंगा और बाड़ीगाड़ के कई भवनों का सीवर नालों के माध्यम से काली रौ नदी में जा रहा है। जिससे मंदिर की ओर जाने वाला जल प्रदूषित हो गया है। उन्होंने नगर पंचायत से ठोस योजना बनाकर इसका निस्तारण करने और सीवर डालने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग उठाई।