जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत गाड़ीघाट स्टेडियम के समीप खोह नदी के तट पर भूमि कब्जा कर बनाई जा रही दो झोपड़ियों को प्रशासन व नगर निगम ने हटा दिया है। इस दौरान लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध भी किया, लेकिन, सख्ती के आगे उनकी एक न चल सकी।
मालूम हो कि कुछ वर्ष पूर्व आपदा के दौरान खोह नदी के वेग से गाड़ीघाट क्षेत्र में कई भवन ढह गए थे। जिसके बाद इन भवनों में रहने वाले लोग किराए के भवनों में रह रहे थे। ऐसे में सुरक्षा दीवार निर्माण होने के बाद यह लोग दोबारा से भूमि पर झोपड़ी बनाने लगे हैं। जबकि, पूर्व में प्रशासन इन्हें उक्त भूमि पर दोबारा भवन निर्माण न करने की भी सख्त चेतावनी दे चुका है। प्रशासन का कहना था कि नदी किनारे सरकारी भूमि है। ऐसे में यहां अवैध कब्जा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बावजूद कुछ लोग उक्त भूमि पर झोपड़ी का निर्माण करवा रहे थे। सूचना मिलते ही प्रशासन व निगम की टीम मौके पर पहुंची और झोपड़ियों को हटाने लगी। लेकिन, वहां मौजूद लोग इसका विरोध करने लगे। जिसके बाद प्रशासन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के निर्देश पर तहसीलदार साक्षी उपाध्याय के नेतृत्व में टीम ने झोपड़ियों को हटाया।
गिड़गिड़ाते रहे परिवार
शुक्रवार शाम जब सरकारी टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची तो झोपड़ियों में रह रहे परिवारों में अफरा तफरी मच गई। झोपड़ियों को नहीं हटाने के लिए वह तहसीलदार व पुलिस के समक्ष गिड़गिड़ाते रहे। लोगों का कहना था कि वह पहले ही आपदा की मार झेल चुके हैं। ऐेसे में उन्हें मात्र सिर ढकने के लिए ही झोपड़ी बनाई है। जबकि, उनके परिवार में छोटे-छोटे बच्चे भी है। ऐसे में वह अपने बच्चों को लेकर कहां भटकते रहेंगे।