एंटीलिया मामला: जावड़ेकर ने बताया- आखिर जेल जाने के बाद भी शिवसेना ने क्यों किया वाजे का समर्थन
नई दिल्ली, एजेंसी। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र के बाद सचिन वाजे का पत्र सामने आने पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। इस मामले को लेकरकेंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पिछले 30 दिन में महाराष्ट्र में बहुत उथल-पुथल हो रही है। एक बात साफ हो गई है कि ये श्महा विकास अघाड़ीश् कहते हैं परन्तु ये श्महा वसूली अघाड़ीश् है। पुलिस के द्वारा पैसे इकट्ठा करो, लूटो और वसूली करो यही महाराष्ट्र सरकार का एकमात्र कार्यक्रम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि सचिन वाजे कहीं सच न बोल दे और इनके राज न खोल देइसलिए उसके जेल जाने के बाद भी उसका समर्थन शिवसेना वाले कर रहे थे। जावड़ेकर ने मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे का एक वीडियो भी चलाया जिसमें उद्घव सचिन वाजे को तेज तर्रार बता रहे हैं।जावड़ेकर ने कहा कि उद्घव किसी भी हालत में सचिन वाजे को बचाना चाहते थे लेकिन एक पत्र ने सबकुछ खुलासा कर के रख दिया है।
बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के धन उगाही के आरोपों के बाद अब एक और लेटर बम फट गया है। परमबीर सिंह के पत्र के बाद अबनिलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के एक पत्र ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है।सचिन वाजे ने बुधवार को दावा किया कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस में उनकी सेवा जारी रखने के लिए उनसे दो करोड़ रुपये मांगे थे। साथ ही, एक अन्य मंत्री अनिल परब पर भी आरोप लगाया है कि उन्होंने ठेकेदारों से वसूली करने को कहा था।
हालांकि, परिवहन मंत्री परब ने वाजे के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये आरोपगलत हैं और इसका लक्ष्य मेरी छवि धूमिल करना है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। वाजे को पुलिस सेवा में पिछले साल फिर से बहाल किया गया था। उन्होंने एक पत्र में यह सनसनीखेज दावा किया, जिसे उन्होंने यहां विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश करने की कोशिश की।
जावड़ेकर ने कहा कि आज कोरोना वैक्सीन के 23 लाख डोज यानी 5 से 6 दिन का स्टक महाराष्ट्र सरकार के पास है। जिलों में वैक्सीन भेजना, जिलों से तहसील में भेजना, वहां से वैक्सीन केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाना, ये राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।