आपदा के 1साल बीत जाने के बाद भी मरम्मत व पुनर्निर्माण कार्यों के न होने से ग्रामीणों में रोष
उत्तरकाशी। मोरी विकासखंड के आपदा प्रभावित सुदूरवर्ती क्षेत्र आराकोट बंगाण के दो दर्जन से अधिक गांव में आपदा के एक साल बीत जाने के बाद भी मरम्मत व पुनर्निर्माण कार्यों न होने से ग्रामीणों ने रोष जताया। कहा कि विभाग ने करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी सडक, पुलों व पेयजल, विधुत लाइनों के हालत जस के तस बने हुए हैं। उन्होंने इस संबंध में एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र ही कार्य करने की मांग की।डीएम को प्रेषित ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष से अब तक सड़कों, रास्तों, पुलों, पेयजल, विद्युत लाईनों के मरम्मत पर करोड़ों खर्च कर दिये गये। किंतु आज भी मूलभूत सुविधाओं की हालात वैसे ही बनी हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभागों ने अपने चहेते ठेकेदारों के साथ मिलकर बजट को ठिकाने लगानें का काम किया है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के क्षतिग्रस्त संपर्क मार्ग तो दूर आराकोट-टिकोची-चिंवा-बरनाली आदि विभिन्न गांव को जोडने वाले मुख्य मार्गों भी नहीं बनाया। जिससे ग्रामीणों को आने जाने में व सेब ढुलाई को छोटी गाडियां लाने में भारी दिक्कत हो रही है। कहा कि क्षेत्र की दुर्दशा पिछले एक साल से वैसे ही बनी है। सड़कों का बुरा हाल है हल्की बारिश होने पर बागवानों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। आपदाग्रस्त बंगाण क्षेत्र के विकास को लेकर न तो सरकार का ध्यान है और न ही विभागीय अधिकारियों का। क्षेत्र के समाजसेवी मनमोहन सिंह चौहान ने डीएम को पत्र प्रेषित कर शीघ्र ही कार्यो में तेजी लाने की मांग की। कहा यदि मांग पूरी नहीं हुई तो क्षेत्र के ग्रामीण जिला मुख्यालय पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगें।