उत्तराखंड

मांगों का निराकरण नहीं होने से आशा फैसिलिटेटर आक्रोशित

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

अल्मोड़ा। लंबे समय से मांगों पर सकारात्मक कार्यवाहीं नहीं होने से आशा फैसिलिटेटर और आशा कार्यकर्ता आक्रोशित है। आशाओं ने मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर अब आंदोलन का ऐलान कर दिया है। 26 को आशा फैसिलिटेटर भारतीय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 26 को धरना देगें। मामले में मंगलवार को आशा फैसिलिटेटर ने एडीएम के माध्यम से डीएम और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन के माध्यम से कहा कि आशा और आशा फैसिलिटेटर लंबे समय से मांगों के निराकरण को लेकर विभिन्न माध्यमों से शासन प्रशासन से गुहार लगा चुके है। धरना प्रदर्शन भूख हड़ताल के माध्यम से भी सरकारों को चेताने का काम किया, बावजूद इसके अब तक आशाओं की मांगों पर गौर नहीं किया गया है। जिससे आशाएं आक्रोशित है। कहा कि अब 26 अप्रैल को भारतीय कर्मचारी महासंघ के आह्वान धरना प्रदर्शन करेगें। यहां ममता वर्मा, रेखा आर्या, श्यामा रावत आदि मौजूद रहे।
ये है मांगेंरू आशा कार्यकर्ताओं को 18 हजार और आशा फैसिलिटेटर को 24 हजार मासिक मानदेय देने, क्षेत्रों में भ्रमण के लिए यात्रा भत्ता देने, आशा कार्यकर्ताओं आशा फैसिलिटेटर को राज्य कर्मचारियों की तरह सुविधाएं प्रदान करने, आशा फैसिलिटेटर को 20 दिन की मबिलिटी के स्थान पर 30 दिन की मबिलिटी देने।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!