आत्मनिर्भर बनने के लिए चुनौतियों को अवसर में बदलना होगा: सीएम
बागेश्वर। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पंचातय प्रतिनिधियों के साथ ई-संवाद किया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में पंचायत प्रतिनिधियों को अहम रोल निभाना होगा। देश के समग्र विकास की राह गांवों के विकास से ही खुलेगी। हमें ग्राम स्वराज के सपने को साकार करना है। जिसके लिए सभी को मिलजुलकर काम करना होगा। उन्होंने चुनौतियों को अवसर में बदलने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी चलने वाली है। राइंका रवाईंखाल में आयोजित ई-संवाद में सोमवार को सीएम रावत ने कहा कि कारोना काल में जनप्रतिनिधियों की भूमिका अधिक बढ़ गई है। इसके चलते उन्हें एक योद्धा की तरह काम करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश और राज्य में रिकवरी रेट बेहतर और मृत्यु दर कम होना अच्छी बात है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं भी बताई। कहा कि नेट फेज दो परियोजना के तहत 65 ब्लॉक के 5991 ग्राम पंचायतों में इंटरनेट पहुंचाया जाएगा। जिसके लिए केंद्र से दो हजार करोड़ स्वीकृत हो गए हैं। बताया कि राज्य में इस समय डेंगू का प्रकोप भी चल रहा है। कोरोना व डेंगू से निपटने के लिए हमारे पास वेंटिलेर, आईसीयू, बैड व अन्य संसाधन मौजूद हैं। प्रदेश में रोजाना दो हजार से अधिक कोरोना टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ाने की बात कही। सरकार हिमालयन ग्रीन कांसेप्ट पर फोकस कर रही है। जिसका लाभ किसानों को मिलेगा। कार्यक्रम में मौजूद डीएम ने जनप्रतिनिधियों से कोरोना के खिलाफ जंग के अलावा सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ प्रवासियों व अन्य बेरोजगारों तक पहुंचाने को कहा। ताकि एक उन्नतिशील व प्रगतिशील गांव विकसित हो सके। जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने जनप्रतिनिधियों से कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में पूर्व की तरह आगे भी पूर्ण सहयोग देने को कहा। गरीबों तक सरकार की योजनाएं पहुंचाने और बेहतर तरीके से कार्य करने को कहा। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख पुष्पा देवी, डीडीओ केएन तिवारी, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, प्रभारी सीईओ प्रमोद कुमार तिवारी, क्षेपं सदस्य उमा रावत, घनश्याम तेवारी, ग्राम प्रधान विमला देवी, गंगा, शीला देवी, मोहन परिहार सहित तमाम जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।