बंगाल पर बयानबाजी: राज्यपाल बोले- मैं प्रजातंत्र का रक्षक, तृणमूल ने हिंसा पर केंद्र को कोसा
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ी राजनीतिक तकरार और कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की। साथ ही कहा कि प्रजातंत्र की रक्षा करना राज्यपाल की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। वहीं पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किए जाने पर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय पर हमला बोला।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, बंगाल में इस वक्त ऐसे हालात हैं कि किसी विपक्ष के लिए जगह नहीं है। सत्ता दल से अलग कोई नेता यहां पर सुरक्षित नहीं है। उनके लिए कोई अधिकार नहीं बचे हैं, ना ही लोकतांत्रिक और ना ही मानवाधिकार। राज्यपाल ने कहा कि नियमों के मुताबिक, मैंने राज्य के हालात की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र की रक्षा करना राज्यपाल की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भगवा दल ऐसी स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश कर रहा है, जहां केंद्र सरकार राज्य से संबंधित मामलों में हस्तक्षेप कर सके। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसदों-सौगत रय तथा कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि नड्डा के काफिले में दोषी अपराधी और गुंडे थे तथा हिंसा भड़काने के गलत इरादे से उनके पास हथियार थे।
बनर्जी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगने के लिए केंद्र सरकार पत्र भेजकर जो काम कर रही है, वह असंवैधनिक है। गृह मंत्रालय का मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब करना अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार द्वारा ऐसी स्थिति उत्पन्न करने का प्रयास किया जा रहा है, जहां वे संघीय ढांचे में हस्तक्षेप कर सकें। बनर्जी ने कहा कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के भड़काऊ भाषणों से माहौल खराब हो रहा है।
बनर्जी ने दावा किया कि नड्डा के साथ दोषी अपराधी’ तथा भाजपा से जुड़े सशस्त्र लोग थे। पश्चिम बंगाल में नड्डा के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की सुबह उस समय हमला किया था जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। भाजपा के सूत्रों के अनुसार हमले में वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई नेता घायल हो गए।
बता दें कि नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर स्पष्टीकरण देने के लिए पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है।
ममता सरकार पर राज्यपाल ने साधा निशाना
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर कोलकाता में राज्य सरकार की निंदा की और कहा कि मुख्यमंत्री को भाजपा को बाहरी लोगों की पार्टी बताने की बार-बार की जा रही अपनी टिप्पणियों से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान राष्ट्रीय ताने-बाने को कमजोर करेंगे। धनखड़ ने कहा कि यह शर्मनाक है कि नड्डा पर हमले की घटना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि कानून का उल्लंघन करने वालों को पुलिस और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है तथा विपक्ष के किसी भी विरोध को दबाया जा रहा है। धनखड़ ने कहा, राज्यपाल डाकघर नहीं है़.़ वह राजभवन में ही सीमित नहीं रह सकता जब मानवाधिकारों का उल्लंघन हो। उन्होंने कहा, राज्यपाल अपनी शपथ का अनुपालन करेगा चाहे कुछ भी हो।