बल्लियों के सहारे स्कूल, हादसे का खतरा
कर्णप्रयाग। विकासखंड कर्णप्रयाग के अंतर्गत बांतोली गांव को जोड़ने वाली तेफना-बांतोली 5 किमी मोटर मार्ग की हालत बदतर बनी हुई है। इसी तरह बांतोली गांव का प्राथमिक विद्यालय की छत को बल्लियों के सहारे अटकाया गया है, जिससे हादसा होने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने क्षेत्र भ्रमण पर आए क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी से क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर खरी-खोटी सुनाई।
पूर्व सैनिक बलवंत सिंह रावत, प्रधान विनोद सिंह ने कहा कि ग्रामीणों ने विधायक से बीते पांच साल से लंबित तेफना-बांतोली-कंडारामोटर मार्ग विस्तारीकरण के साथ बीते दो साल से जर्जर प्राथमिक विद्यालय बांतोली की मरम्मत की मांग रखी लेकिन कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला, जिससे ग्रामीण भड़क उठे। नाराज ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीते चार वर्ष में क्षेत्र की उपेक्षा हुई है और हर वर्ष तेफना-बांतोली मोटर मार्ग पर मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये की राशि व्यय की जाती है लेकिन सड़क के पुश्ते क्षतिग्रस्त हालत में है और लोगों को जान जोखिम में डालकर आवागमन करना पड़ रहा है। बांतोली-कंडारा मोटर मार्ग निर्माण की मांग करते ग्रामीण थक चुके हैं। मोटर मार्ग विस्तारीकरण से क्षेत्र की 300 से अधिक आबादी लाभान्वित होती और स्थानीय उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलती लेकिन न तो प्राथमिक विद्यालय बांतोली भवन की मरम्मत हो सकी है और न ही बांतोली-कंडारा मोटर मार्ग विस्तारीकरण के प्रथम चरण का कार्य प्रारंभ हो पाया है। इस मौके पर महिला मंगल दल की सुभागा रावत, प्रधान विनोद सिंह ने कहा कोरोना संक्रमण के दौरान बाहरी प्रदेशों से पहुंचे प्रवासियों को बांस की बल्लियों के सहारे अटके टिन के जर्जर प्राथमिक विद्यालय में ठहराना पड़ रहा है जिसमें हादसे की संभावना बनी है। ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए क्षेत्रीय विधायक ने कहा मोटर मार्ग निर्माण की मांग जल्द पूरी होगी और विद्यालय मरम्मत के लिए उच्चाधिकारियों से पूछा गया है।