उत्तराखंड

कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने की वैष्णव संतों से मुलाकात

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तीनों बैरागी अनी अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराए सरकार: श्रीमहंत राजेंद्रदास
हरिद्वार। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद महाराज ने बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े पहुंचकर बैरागी संतों से भेंटवार्ता की और तीनों बैरागी अनी अखाड़ों को बैरागी कैंप में स्थायी रूप से भूमि उपलबध कराए जाने के विषय पर चर्चा की। इस दौरान अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि अनादि काल से बैरागी कैंप तीनों वैष्णव अनी अखाड़ों के लिए आरक्षित रहा है। सरकार को बैरागी संतों की भावनाओं का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द तीनो वैष्णव अनी अखाड़ों को स्थायी रूप से भूमि उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान लाखों की संख्या में वैष्णव संत बैरागी कैंप क्षेत्र में ही अपने शिविर स्थापित करते हैं। जोकि सरकारी दस्तावेजों में भी दर्ज है। इसलिए सरकार को संत निवास एवं चरण पादुका मंदिर के लिए स्थायी रूप से भूमि उपलब्ध करानी चाहिए। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज एवं अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े के श्रीमहंत रामकिशोर दास शास्त्री महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप का क्षेत्रफल प्रतिवर्ष बढ़ती आबादी के कारण घटता जा रहा है। जिससे भविष्य में होने वाले कुंभ मेलों के लिए भूमि नहीं बचेगी। सरकार को इस और ध्यान देकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए और बैरागी कैंप क्षेत्र का सीमांकन करना चाहिए। जिससे बैरागी कैंप की भूमि पर अतिक्रमण ना हो सके। उन्होंने कहा कि सभी वैष्णव संत सरकार से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द मंदिर एवं संत निवास के लिए स्थायी रूप से भूमि उपलब्ध कराने के लिए बैरागी कैंप क्षेत्र की पैमाईश भी की जाए। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद महाराज ने वैष्णव संतों को मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि संतों की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराकर समस्या का समाधान कराया जाएगा। इस दौरान महंत रघुवीर दास, महंत गोविंददास, महंत बिहारी शरण, महंत हरिदास मालाधारी, ब्रहमाण्ड गुरू अनन्त महाप्रभु, महंत अंकित दास, महंत सिंटू दास आदि मौजूद रहे।

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