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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू

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नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार से शुरू हो गई। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से राहुल गांधी ने 150 दिन चलने वाली इस यात्रा की शुरुआत की। यात्रा शुरू करने से पहले राहुल ने श्रीपेरम्बदूर में पिता राजीव गांधी की समाधि पर श्रद्घांजलि दी।
शाम को राहुल थिरुवल्लुअर मेमोरियल, विवेकानंद मेमोरियल और कामराज मेमोरियल पहुंचे। इसके बाद महात्मा गांधी मंडपम में भारत जोड़ो यात्रियों से मिले। इसके साथ कन्याकुमारी से यात्रा की शुरुआत हुई।
ये यात्रा कहां से कहां तक जाएगी? कौन से लोग इस यात्रा में शामिल होंगे? इसका उद्देश्य क्या है? क्या यात्रा लगातार चलती रहेगी? आइये जानते हैं
सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हो रही यात्रा 150 दिन तक चलेगी। इस दौरान यह 12 राज्यों से गुजरेगी। 3,570 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा। यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से होकर गुजरेगी।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हो रही यात्रा यहां से केरल के तिरुवनंतपुरम, कोच्ची और नीलाम्बुर जाएगी। इसके बाद कर्नाटक के मैसूर, बेल्लारी, रायचुर, तेलंगाना के विकाराबाद, महाराष्ट्र के नांदेड़, जलगांव जामोद, मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचेगी। यहां से यात्रा राजस्थान के कोटा, दौसा, अलवर, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, दिल्ली, हरियाणा के अंबाला, पंजाब के पठानकोट होते हुए जम्मू होते हुए श्रीनगर पहुंचेगी। जहां यात्रा का समापन होगा।
कांग्रेस का दावा है कि उसके द्वारा आयोजित इस यात्रा में देशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां हिस्सा लेंगी। इसमें अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्घिजीवी, लेखक, कलाकार और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हो रहे हैं। यात्रा को लेकर बनाई गई वेबसाइट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी इस यात्रा को आयोजित करने में अहम भूमिका निभा रही है। पार्टी के नेता राहुल गांधी इसमें सक्रिय भागीदारी करेंगे।
सामाजिक संगठनों को अपने साथ जोड़ने के लिए सोमवार को राहुल गांधी ने दिल्ली में 150 लोगों से मुलाकात भी की। इन संगठनों ने मुलाकात के बाद यात्रा का समर्थन करने का एलान किया। इन लोगों में योगेंद्र यादव, अरुणा राय, सैयदा हमीद, पीवी राजगोपाल जैसी हस्तियां शामिल थीं। योगेंद्र यादव यात्रा के समर्थन में सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हो गए हैं। इस पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ शुरू से लेकर आखिर तक 117 लोग रहेंगे। इसमें कांग्रेस के नेताओं के साथ सिविल सोसाइटी के लोग भी शामिल हैं। यात्रा में शामिल कांग्रेस नेताओं में पवन खेड़ा और कन्हैया कुमार, केरल के मुख्यमंत्री रहे ओमान चांडी के बेटे चांडी ओमान, पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला, बिहार के पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना जैसे नेता शामिल हैं।
यात्रा के लिए जारी वेबसाइट के मुताबिक यह यात्रा सभी के लिए है। जो भी इस यात्रा में शामिल होना चाहता है वो इसमें शामिल हो सकता है। यात्रा में शामिल होने के लिए वर्चुअल विकल्प भी दिया गया है। इसके लिए इच्टुक व्यक्ति यात्रा की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफर्म के जरिए यात्रा का हिस्सा बन सकता है। यात्रा की वेबसाइटूूू़इींतंजरवकवलंजतं़पद पर भी यात्रा एवं इससे संबंधित कार्यक्रमों का विवरण दिया गया है।
पार्टी नेताओं और यात्रा की वेबसाइट के मुताबिक इस राष्ट्रव्यापी यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश को एकजुट करना है। यात्रा की वेबसाइट कहती है कि इस यात्रा का उद्देश्य देश को एकजुट करना, लोगों को एक साथ लाना और देश को मजबूत करना है।
ये यात्रा 150 दिन चलेगी। इस दौरान गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। दिलचस्प ये है कि 12 राज्यों से गुजरने वाली यह यात्रा इन दोनों चुनावी राज्यों से होकर नहीं जाएगी। बिहार, बंगाल जैसे राज्यों से होकर भी यात्रा नहीं गुजरेगी। यहां तक कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में भी यात्रा का पड़ाव बहुत छोटा है।
150 दिन चलने वाली पदयात्रा हर दिन दो बैच में चलेगी। पहला बैच सुबह सात से 10रू30 बजे से और दूसरा दोपहर 3रू30 बजे से शाम 6रू30 बजे तक का होगा। सुबह के सत्र में जहां कम संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, वहीं शाम के सत्र में सामूहिक लामबंदी होगी। सुबह यह यात्रा करीब 15 किलोमीटर का फासला तय करेगी। वहीं, शाम को यह करीब 8 से 10 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। औसतन रोजाना लगभग 22-25 किमी चलने का लक्ष्य है।
राहुल गांधी अगले 150 दिनों तक कंटेनर में सोने वाले हैं। कुछ कंटेनरों में स्लीपिंग बेड, शौचालय और एयर-कंडीशनर भी लगाए गए हैं। यात्रा के दौरान कई क्षेत्रों में तापमान और वातावरण में अंतर होगा। स्थान परिवर्तन के साथ भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए व्यवस्था की गई है। लगभग 60 ऐसे कंटेनर तैयार किए गए हैं जहां एक गांव स्थापित किया गया है।
रात्रि विश्राम के लिए कंटेनर को गांव के आकार में प्रतिदिन नई जगह पर खड़ा किया जाएगा। राहुल गांधी के साथ रहने वाले पूर्णकालिक यात्री एक साथ भोजन करेंगे। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी इस पूरी यात्रा को चकाचौंध और ग्लैमर से दूर एक सरल तरीके से पूरा करना चाहते हैं।,

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