कभी भुलाया नहीं जा सकता शहीदों का योगदान
17 वीं गढ़वाल राइफल्स सेनानी समिति की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : 17वीं गढ़वाल राइफल्स सेनानी समिति की ओर से कारगिल बटालिक ऑनर-डे शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान समिति ने शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मानित किया। कहा कि देश की रक्षा में दिए गए सैनिकों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
शुक्रवार को भाबर क्षेत्र के अंतर्गत नींबूचौड़ स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल ओम प्रकाश फस्र्वाण (से.नि.) ने किया। उन्होंने सभी पूर्व सैनिकों को बटालिक ऑनर डे की बधाई दी। समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त कैप्टन जगदीश प्रसाद पोखरियाल व सेवानिवृत्त कैप्टन शिव प्रसाद चमोली ने बटालियन के गौरवमयी इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा कि कारगिल युद्ध में एक मेजर, एक जेसीओ समेत 19 जवान शहीद हुए थे। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कारगिल शहीद हवलदार मदन सिंह की पत्नी जीना देवी, वीर नारी शहीद हवलदार सोवन सिंह की पत्नी सुषमा देवी, स्व. हवलदार महेश चंद्र भट्ट की पत्नी शांति देवी, शहीद हवलदार अनूप सिंह की पत्नी सुमित्रा देवी व घायल सैनिक कैप्टन जगदीश प्रसाद पोखरियाल व हवलदार प्रेम सिंह को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में धर्म गुरु सेवानिवृत्त कैप्टन जगदीश प्रसाद जखमोला, सेवानिवृत्त सूबेदार रमेश सिह, दयानंद भट्ट, महिपाल सिंह, रघुवीर सिंह, सुधीर खंतवाल, प्रेम सिंह, पान सिंह, मेहरबान सिंह गैरोला आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव भारत भूषण बलूनी ने किया।