पौड़ी गढ़वाल में कोरोना रोकथाम: मराठी भाषी डीएम डॉ. जोगदण्डे ने गढ़वाली में दिया सटीक संदेश
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल में तीन चौथाई जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वालों को कोरोना रोकथाम और उपचार के लिए जहां शासन-प्रशासन तमाम कोशिशें कर रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए पौड़ी गढ़वाल के महाराष्ट्र निवासी जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने गढ़वाली में एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में जिलाधिकारी जोगदण्डे गढ़वाली में संदेश देते हुए सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम और उपचार के लिए जारी दवाईयों का सेवन करने का तरीका बता रहे है।
जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे के कुशल दिशा निर्देशन पर जनपद वासियों को वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव एवं सावधानियां बरतने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई के सहयोग से स्थानीय कलाकार योगंबर पोली एवं रमन रावत द्वारा गढ़वाली लोक भाषा में जन जागरूकता की जानकारी हेतु आशावादी ऑडियो जिंगल बनाया गया है। जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्ड ने उक्त जिंगल को सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यम से वृहद स्तर पर आम जनमानस तक पहुंचाने के निर्देश दिये है, जिससे कि लोगों को स्थानीय भाषा में कोरोना से बचाव एवं सावधानियों के अलावा शासन-प्रशासन द्वारा वितरण किये गये औषधी किट में प्राप्त दवाई का उपयोग करने, इस महामारी में आत्म विश्वास को बढ़ाये रखने की जानकारी को आसानी से समझ सकेंगे। जिलाधिकारी ने जनपद के नगर निगम, समस्त नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में कूडे निस्तारण पर तैनात वाहनों में उक्त आशावादी जिंगल को बजाने के निर्देश दिये। वहीं आंचल दुग्ध वाहनों में भी उक्त जिंगल को बजाने के निर्देश दिये। डीएम ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव एवं सावधानियों के प्रति जनमानस को जागरूक करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरते। उन्होंने आम जनमानस को भी उक्त आशावादी जिंगल को सोशल मीडिया के माध्यम से भी वृहद स्तर पर प्रसारित करने में अपना सहयोग देने को कहा।
आइवर मैक्टिन दवा के उपयोग से कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी
कोटद्वार। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक व्यक्ति के लिए आइवर मैक्टीन दवा दी जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि 15 साल से अधिक आयु के लोग आइवर मैक्टिीन की 1-1 गोली खाने के बाद 3 दिन तक सुबह शाम लें तथा 10-15 साल के बच्चों को दिन में 1 गोली 3 दिन तक खाने के बाद लेनी है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, लीवर एवं गंभीर रोगों से ग्रसित रोगियों एवं 10 साल से कम आयु के बच्चों को डॉक्टर की सलाह से ही आइबर मैक्टिन की दवा दी जा सकती है। जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि इस दवा का वितरण बीएलओ, आशा, आंगनबाड़ी, वीडीओ, वीपीडीओ, प्रधान, वार्ड सदस्य व स्वयं सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा है। आइवर मैक्टिन दवा के उपयोग से कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए सावधानियां बरतना बहुत आवश्यक है यथा सामाजिक दूरी का पालन करें, मास्क पहने, सेनेटाइजर का प्रयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोते रहें और सरकार द्वारा समय-समय पर जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए अपनी बारी आने पर टीकाकरण जरूर लगवाए।