मतदाताओं के भम्रित करने से प्रत्याशियों की धड़कनें तेज
पिथौरागढ़। जनपद की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव का रण खत्म हो गया। लेकिन मतदाताओं के भ्रम ने प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं की धड़कनें बढ़ा दी हैं। भारी संख्या में मतदान केंद्रों तक पहुंचे मतदाताओं ने वोट का आश्वासन तो सबको दिया, लेकिन की अपने मन की। खामोशी से डाला गया यह वोट कई सीटों के समीकरण बिगाड़ सकता है।
विधानसभा चुनाव 2022 का बीते रोज मतदान संपन्न हुआ। मतदान केंद्रों में बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता पहुंचे जो मुखर होकर अपने-अपने मनपसंद प्रत्याशी को वोट कर रहे थे, वहीं ऐसे मतदाताओं की तादाद भी काफी नजर आई, जिन्होंने कहां वोट किया, इसका जिक्र तक नहीं किया या बताया भी तो गलत। ईवीएम का बटन किसी प्रत्याशी का दबाया और बाहर आकर किसी और को ही वोट देना बताया। मतदान केंद्र के बाहर बस्ते लगाए बैठे अलग-अलग पार्टी कार्यकर्ताओं ने जब कई मतदाताओं से पूछा तो उन्होंने सभी को उसी पार्टी को ही वोट करने की बात कही। मतदाताओं का यह तरीका प्रत्याशियों और उनके दिग्गजों को भ्रमित कर रहा है। यह कई प्रत्याशियों के समीकरण ध्वस्त कर देगा, तो कई प्रत्याशियों के सिर जीत का सेहरा बांध देगा। जिन सीटों पर हार जीत का अंतर कम रहेगा, वहां तो इनकी भूमिका और भी बढ़ जाएगी। अभी तक यह माना जा रहा है कि अधिकांश सीटों पर भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही कड़ी टक्कर है।