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भाजपा के आठ नेताओं ने खटखटाया कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा

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कोलकाता। बंगाल में पुनर्मतगणना की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के आठ नेता कलकत्ता हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। विधानसभा चुनाव हारे हुए इन नेताओं ने कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पुनर्मतगणना की मांग की है। भाजपा नेता कल्याण चौबे ने मानिकतला विधानसभा सीट पर दोबारा गिनती की मांग की है। इसके अलावा और भी कई नेता हैं जो अपनी हारी हुई सीट पर दोबारा मतगणना की मांग की है।
भाजपा नेता विश्वनाथ बनर्जी ने विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर महिषादल विधानसभा क्षेत्र के वोटों की दोबारा गिनती की मांग की है। दूसरी ओर, से जलपाईगुड़ी विधानसीट से भाजपा उम्मीदवार रहे सुजीत सिन्हा भी वोटों की दोबारा गिनती की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि चुनाव में मिली हार के बाद कोर्ट जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से मिली हार को कलकत्ता हाई कोर्ट में चुनौती दी है। ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में पूरी चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठाया है।
इधर, बंगाल की 17वीं विधानसभा का पहला सत्र भगवा रंग में रंगा नजर आया। पिछले विधानसभा चुनाव में महज तीन सीटें जीतने वाली भगवा ब्रिगेड (भाजपा) ने इस बार के चुनाव में 75 सीटों पर विजयश्री हासिल कर विस में अपनी अलग ही अंदाज में उपस्थिति दर्ज कराई। भाजपा के लगभग सभी विधायक सफेद कुर्ता-पायजामा, गले में गेरुआ रंग का उत्तरीय (अंग वस्त्र) और माथे पर केसरिया रंग का तिलक लगाकर पहुंचे।
महिला विधायकों के माथे पर भी गेरुआ तिलक था। एकजैसी पोषक के जरिये पार्टी ने एकजुटता का संदेश भी दिया। हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में वापस लौट आए मुकुल रय को छोड़कर भाजपा के 74 विधायक हैं। पहले दिन इनमें से 70 विधानसभा में मौजूद रहे। मुख्य विपक्षी दल के सभी विधायकों को एक जैसे कपड़े पहने देखकर नंदीग्राम से भाजपा विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी से मीडिया ने सवाल किए। जवाब में उन्होंने कहा कि गेरुआ रंग देश और स्वामी विवेकानंद का प्रतीक है। हमें इसके धारण करने पर फक्र होना चाहिए।

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