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कोटद्वार सेना भर्ती में पहुंचे 50 और मुन्ना भाई पकड़े गये

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। यहां कौड़िया स्थित विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह कैंप में आयोजित सेना भत्र्ती रैली के 13वें दिन देहरादून जिले के चकराता, विकासनगर, त्यूणी तहसील की भर्ती के दौरान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर के करीब 50 युवाओं को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकडे़ गये। जिससे सेना के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सेना के खुफिया विभाग की टीम ने युवकों से पूछताछ के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि युवकों ने दलालों के माध्यम से 15 से 30 हजार रूपये में प्रमाण पत्र बनवाये है। अभी तक सेना भर्ती रैली में 85 मुन्ना भाई पकड़े जा चुके है।
शुक्रवार को देहरादून जिले के चकराता, विकासनगर, त्यूणी तहसील की सेना भर्ती रैली में उत्तर प्रदेश के लगभग 50 युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ पहुंच गए। मामले का खुलासा तब हुआ जब सुबह साढ़े 9 बजे सेना के अधिकारियों द्वारा अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच की जा रही थी। भर्ती प्रक्रिया देख रहे अधिकारियों ने तत्काल इसकी सूचना सेना के उच्चाधिकारियों को दी, जिससे उच्चाधिकारियां में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सभी युवकों को सेना द्वारा एक जगह पर एकत्रित कर सख्ती के साथ पूछताछ की गई। जांच में उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र, मूल निवास तक फर्जी पाए गए, जो कि उत्तराखंड से बनाए गए थे। जांच में यह बात भी सामने आई कि सभी युवकों ने दलाल के माध्यम से फर्जी दस्तावेज बनाये थे। दलाल ने दस्तावेज बनाने के लिए पैसे भी लिये थे। फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़े गये युवाओं ने 1600 मीटर की दौड़ भी पास कर ली थी। युवाओं ने मूल निवास प्रमाण पत्र, शैक्षिक अभिलेखों सहित अन्य जरूरी दस्तावेज फर्जी तरीके से बनाये है। सेना के खुफिया विभाग ने सख्ती से पूछताछ करने पर युवाओं ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर जिलों के रहने वाले है और देहरादून में एक दलाल ने उन्हें सेना में भर्ती कराने का लालच दिया। उन्होंने आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण सहित अन्य दस्तावेज बनाने के लिए दलाल को 15-30 हजार रूपये दिये थे। एक युवक ने बताया कि उसकी सेना में भर्ती होने की उम्र पूरी हो गई थी, इसलिए सेना में भर्ती होने के लिए उसने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाये। सेना की खुफिया इकाई उस व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास करेगी, जिसने फर्जी दस्तावेज तैयार किए। सेना भर्ती अधिकारी कर्नल विनीत बाजपेयी ने बताया कि भर्ती रैली के दौरान पूरी पारदर्शिता अपनाई जा रही है। युवा दलालों के चक्कर में फंसकर फर्जी प्रमाणपत्रों के माध्यम से भर्ती होने का प्रयास करते है।

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