जनपद में बन रहे तालाबों का किसानों को मिलेगा लाभ
-केंद्रीय टीम ने आमजन से की बरसात के पानी को संरक्षित करने की अपील
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : निदेशक इस्पात मंत्रालय व केन्द्रीय नोडल अधिकारी अरुण कुमार व वैज्ञानिक राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रुड़की अश्वनी रानाडे ने जल शक्ति अभियान ’कैच द रेन’ कार्यों के निरीक्षण के तहत गुरुवार को विकासखंड थलीसैंण के ग्राम बगेली, सलोनधार व सतपुली में मत्स्य विभाग की योजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारी को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि तालाबों के बनने से उसमें बरसात का पानी एकत्रित होगा और लोगों को सिंचाई समेत अन्य उपयोग के लिए आसानी से पानी उपलब्ध हो पाएगा।
भारत सरकार द्वारा जल शक्ति अभियान के लिए नामित किए गए निदेशक व वैज्ञानिक राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान रुड़की ने बगेली में अमृत सरोवर (तालाब) व सलोनधार में मनरेगा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में अन्य स्थानों में किए गए कार्यों की जानकारी भी ली। उन्होंने जल शक्ति अभियान, अमृत सरोवर योजना, जल स्त्रोत पुनर्जीवन, वर्षा जल संरक्षण, चाल-खाल आदि के संबंध में जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को योजना का प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ’कैच द रेन’ जल संरक्षण अभियान को स्थानीय लोगों के सहयोग से ही सफल बनाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर जल संरक्षण हेतु किये जा रहे कार्यां की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने बीते बुधवार देर शाम को पाबौ विकासखंड के भैंसवाड़ा में अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपस्थित लोेगों को कैच द रैन की जानकारी दी। कहा कि वर्षा का जल तालाब में एकत्रित होकर उपयोग में लाया जा सकेगा। जिसके लिए स्थानीय निवासियों को भी पानी बचाने में अपना सहयोग देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र चौहान, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल, खंड विकास अधिकारी पाबौ तेग सिंह, खंड विकास अधिकारी थलीसैंण धनपाल सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।