काशीपुर में पांच करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी
काशीपुर। राज्य कर विभाग की केंद्रीय आसूचना इकाई (सीआईयू) ने औद्योगिक आस्थान, महुआखेड़ागंज में बैटरी स्क्रैप रिसाइकिलिंग का कारोबार करने वाली दो फर्मों पर छापा मारा। इस दौरान करीब पांच करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी गई। दोनों फर्मों ने करीब एक करोड़ की जीएसटी जमा भी कर दी। राज्य कर अपर आयुक्त (कुमाऊं) बीएस नागन्याल के निर्देश पर बुधवार को कर उपायुक्त धर्मेंद्र राज चौहान व विमल कुमार पांडे के नेतृत्व में टीम ने महुआखेड़ागंज की दो फर्मों पर छापा मारा। इस दौरान दोनों फर्मों के साथ ही इन्हें मालवाहन की सेवा देने वाली ट्रांसपोर्ट कंपनियां भी चेक कीं। दोनों फर्म महुआखेड़ागंज में बैटरी स्क्रैप रिसाइकिलिंग करती हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दोनों फर्मों के लेनदेन पर नजर रखी जा रही थी। ये इकाइयां बाहरी राज्यों से फर्जी कंपनियों के बिलों की आड़ में बोगस आईसीटी का लाभ लेकर जीएसटी की देयता को समायोजित कर रही थीं। इनके द्वारा पिछले तीन वर्षों से फर्जी वे बिलों के जरिए टोल प्लाजा से पास दिखाकर माल की खरीद को सही दिखाने का प्रयास किया जा रहा था। विभाग ने दोनों फर्मों में करीब पांच करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी होने की बात कही है। टीमों ने फर्मों के दस्तावेज जांच के लिए कब्जे में ले लिए हैं। उपायुक्त धर्मेंद्र राज चौहान ने बताया कि जांच के दौरान इन फर्मों ने करीब एक करोड़ रुपये की जीएसटी जमा करा दी है। उन्होंने बताया कि अन्य फर्मों की भी जांच की जा रही है। टीम में सहायक आयुक्त मनमोहन असवाल, टीकाराम चन्याल, सुरेंद्र राणा, हरिओम वर्मा, अशोक कुमार, असद अहमद, इर्शा व मंजीत राणा आदि शामिल रहे।