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गुवाहाटी में अमित शाह बोले- युवाओं पर गोली चलाने वाली कांग्रेस आज कर रही असम की अस्मिता पर बात

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गुवाहाटी, एजेंसियां। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को यहां कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। शाह ने कहा कि असम के युवाओं पर गोली चलाने वाली कांग्रेस आज असम की अस्मिता का जिक्र करती है। राज्घ्य में लंबे समय तक शासन करने के बावजूद आप घुसपैठ नहीं रोक पाए। आप असम की अस्मिता को क्या खाक बचाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि अजमल आपकी गोदी में बैठा है। आपको असम के अस्मिता की बात करते हुए शर्म आनी चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि आंदोलन मुक्त असम भी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। कांग्रेस ने 70 साल में ब्रह्मपुत्र पर एक पुल बनाया। वे नहीं चाहते थे कि असम एक हो। मोदी जी ने 6 साल में 6 पुल बनाए हैं। कांग्रेस एक तरफ धर्मनिरपेक्षता की बात करती है और दूसरी तरफ यहां बदरुद्दीन अजमल के साथ है। केरल में मुस्लिम लीग के साथ बैठी है। मेरी तो समझ में नहीं आता कि ये कैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। इनके धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा अनोखी है। शाह ने कहा कि असम कोई जमीन का टुकड़ा-भर नहीं है यह हजारों वर्षों की संस्ति को धीरे-धीरे संजोकर सांस्तिक नदी का प्रवाह है। असम में भाजपा और कांग्रेस बदरुद्दीन अजमल के बीच में लड़ाई है। यह कोई ट्राई एंगल नहीं है। बदरुद्दीन अजमल कांग्रेस की गोद में ही बैठे हैं। अब असम की जनता ने तय करना है कि इनमें से श्रीमंत शंकरदेव के स्वप्न को कौन पूरा कर सकता है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम असम की जनता का मार्गदर्शन करें कि उन्हें कैसा असम चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यदि आप गहराई से सोचोगे तो ये चुनाव आपको, मुझे और असम की जनता को एक निश्चित लक्ष्य तक ले जाने वाला चुनाव बनेगा। यह चुनाव स्वर्णिम असम के स्वप्न को पूरा करेगा। भूपेन हजारिका सेतु एक प्रतीक है, जिसकी राह असम वर्षों से देखता आया था। ये असम के अरमानों का पुल है। ये असम के लोगों की आशाओं का पुल है। असम आने वाले वक्घ्त में देश के व्यापार का केंद्र बन सकता है।
शाह ने कहा कि एनडीए गठबंधन के लिए असमिया संस्ति का संरक्षण महत्वपूर्ण है। कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल असमिया संस्ति की रक्षा नहीं कर सकते। ये लोग सत्ता में आए तो फिर से घुसपैठ होगी जो अपने पैरों तले असम की संस्ति को रौंदेगी। आंदोलन मुक्त असम भी हमारा मुद्दा है। कितने साल आंदोलन चले, असम के युवा मारे गए, यहां का विकास ठप्प हो गया। असम के युवाओं पर गोली चलाने वाली कांग्रेस आज असम की अस्मिता की बात करती है।

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