बच्चों में हैंड-फुट और माउथ डिजीज को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट
देहरादून, एजेंसी। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों की हैंड, फुट, माउथ बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को इस बीमारी से बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य ड आर राजेश कुमार ने मंगलवार को सभी जिलों के डीएम और मुख्य चिकित्साधिकारियों को भेजे पत्र में कहा कि राज्य के कई अस्पतालों में हैंड फुट माउथ डिजीज से संक्रमित बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक संक्रामक बीमारी है और सावधानी न बरते जाने पर बढ़ सकती है। ऐेसे में इस बीमारी के लक्षण दिखने पर बच्चों को आईसोलेशन में रखा जाए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी का संक्रमण छींकने, खांसने और लार की वजह से फैलता है। ऐसे में संक्रमित बच्चों को मास्क पहनाने के साथ ही जरूरी ऐहतियातन कदम उठाए जाएं।
इसके साथ ही अस्पतालों में सभी दवाओं की उपलब्धता के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हैंड फुट माउथ एक सामान्य बीमारी है और सावधानी रखने पर इससे बचाव हो सकता है। ऐसे में इस संदर्भ में सभी को जागरुक करने और अस्पतालों में बीमार बच्चों के इलाज की सुविधा तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
पछुवादून में कई दिनों से सुबह हो रही मूसलाधार बारिश के बीच एक बार फिर मौसमी बीमारियों का दौर शुरू हो गया है। उप जिला चिकित्सालय की ओपीडी में इन दिनों वायरल फीवर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या छह सौ के करीब पहुंच गई है।
वायरल फीवर, खांसी बुखार, जुकाम के साथ ही डेंगू के केस भी सामने आ रहे हैं। अस्पताल की पैथोलजी लैब के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन सप्ताह से हर दिन दस मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है। जबकि सौ से अधिक मरीज वायरल बीमारियों से ग्रसित आ रहे हैं।
उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा़ विजय सिंह ने बताया कि अभी वायरल फीवर, सामान्य बुखार, खांसी, जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं।
पिछले तीन हफ्ते से इस तरह की बीमारियों से ग्रसित सौ से अधिक मरीज ओपीडी में उपचार के लिए आ रहे हैं। अगस्त माह की शुरुआत तक डेंगू के मरीजों की संख्या बहुत कम थी। लेकिन पिछले तीन सप्ताह से डेंगू के मरीजों की संख्या में भी अचानक वृद्घि हुई है। अब हर रोज डेंगू के दस के करीब मरीज आ रहे हैं। कभी इनकी संख्या दस से ज्यादा भी हो जाती है।
हालांकि अभी तक किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है। ओपीडी में दिए जाने वाले उपचार से ही अधिकांश मरीज ठीक हो रहे हैं। बावजूद इसके अस्पताल में डेंगू के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। उन्होंने बताया कि वायरल बीमारियों से बचने के लिए भीड़ भाड़ वाली जगहों पर मस्क लगाकर जाना चाहिए। बारिश का दौर कम होने के बाद मच्छर बढ़ेगें, जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के केस बढ़ने का खतरा बना रहेगा।
बच्चों में उल्टी-दस्त की शिकायतें आने लगी
मौसम की इस बीमारी से बच्चे भी तेजी से चपेट में आ रहे हैं। जिससे बच्चों की ओपीडी में भीड़ बढ़ने लगी है। इसमें ज्यादातर मामले सामान्य बुखार और खांसी-जुकाम के अलावा उल्टी-दस्त के भी मरीज हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक डा़ अमित कटियार ने बताया कि दिनों कुछ बच्चों के हाथ-पैर में दाने की भी शिकायतें देखने को मिल रही है। हालांकि ये सभी अभी सामान्य वायरल वाले ही केस है, इनमें कोई नया वायरल का केस सामने नहीं आया है।