अपर सचिव स्वास्थ्य से देखी जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था
बागेश्वर। अपर सचिव स्वास्थ अरुणेंद्र चौहान ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों, ओटी, पंजीकरण कक्ष, आयुष्मान डेस्क, जन औषधि केंद्र, डायलिसिस सेंटर, अक्सीजन जैनरेशन प्लांट तथा शौचालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शौचालयों की नियमित सफाई कराने के साथ ही चिकित्सालय में भी सफाई रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जन औषधि केंद्र में पर्याप्त औषधि रखने के निर्देश देते हुए कहा कि गरीब जनता को आसानी से सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सके। उन्होंने मुख्यमंत्री व स्वास्थ मंत्री के निर्देशों पर सभी जनपदों के चिकित्सालयों को निरीक्षण किए जा रहे हैं, ताकि ग्राउंड स्तर पर क्या कमियां हैं व विश्लेषण कर उन कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने चिकित्साधिकारियों की बैठक लेते हुए चिकित्सालय स्टफ, पैरामैडिकल स्टफ, एंबुलेंस, 108 सेवा, प्रतिदिन ओपीडी, दवाएं एवं बजट की उपलब्धता आदि संबंधी विस्तृत जानकारियां ली व उनकी समस्याएं सुनी। सीएमओ ड़ सुनीता टम्टा ने चिकित्सा स्टफ, नर्सिंग, वार्डबय व लैब तकनीशियन, ओटी स्टफ एवं बैड की कमी बताते हुए चिकित्सालय में सीटी स्कैन स्थापित करने का अुनरोध किया। सीएमओ ने बताया कि चिकित्सालय सीएचसी था, जिसे जनपद बनने पर जिला चिकित्सालय में उच्चीत किया गया, इसलिए जगह की कमी है। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय के सामने डट्स सेंटर व अगल-बगल पुराने भवन हैं, जो मुख्यमंत्री की घोषणा में है, जिन्हें ध्वस्त कर तीन मंजिला भवन तथा द्वितीय चरण में डायलिसिस सेंटर के बगल में भी पुराने भवन ध्वस्त कर तीन मंजिला आवासीय भवन बनाए जाने हैं, जिनका 18 करोड़ का प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है। चौयरमैन रेडक्रस संजय शाह जगाती द्वारा सोसायटी संबंधी विस्तृत जानकारियां दी। अपर सचिव ने उपनल कर्मियों व आशा कार्यत्रियों से भी वार्ता की। निरीक्षण व बैठक के दौरान अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल, ब्लक प्रमुख पुष्पा देवी, मुख्य चिकित्साधिकारी ड़ सुनीता टम्टा, सीएमएस वीके टम्टा, ड़ सीपी त्रिपाठी, ड़ पंकज पंत, ड़ शैफाली, ड़ मुन्ना लाल, ड़ चन्द्र मोहन भैसोडा, ड़ राजीव उपाध्याय, ड़ रीमा उपाध्याय, ड. गरिमा, ड़ एलएस गुंज्याल, ड़ गिरिजा जोशी, ड़ डी पटेल आदि मौजूद थे।