कोटद्वार में बच्चे बुखार, उल्टी, दस्त, सिरदर्द से पीड़ित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मौसम में हो रहे बदलाव के कारण बच्चे बीमार हो रहे है। कभी बारिश तो कभी तेज धूप के कारण मौसम में परिवर्तन हो रहा है। बीमारी की चपेट में सबसे अधिक 12 वर्ष की उम्र तक के बच्चे आ रहे है। ओपीडी में बच्चे तेज बुखार, उल्टी, दस्त, सिरदर्द से पीड़ित बच्चों की संख्या प्रतिदिन 6 दर्जन से अधिक है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। रोगी को तत्काल डॉक्टर का परामर्श व उपचार जरूरी है।
वर्तमान में जहां बारिश होने से ठंड़ बढ़ रही है वहीं बारिश थमने के बाद तेज धूप के साथ ही उमस भी हो रही है। मौसम में बदलाव का सबसे अधिक असर 12 वर्ष की उम्र तक के बच्चों में देखा जा रहा है। ठंड और उल्टी दस्त के साथ बच्चों को तेज बुखार, सिरदर्द हो रहा है। बेस अस्पताल में बेटे का इलाज कराने आये व्यक्ति ने बताया कि उनके बेटे को पिछले तीन दिनों से उल्टी-दस्त है। अब जाकर थोड़ी राहत मिली है। वहीं बेटी का उपचार कराने आयी महिला ने बताया कि बेटी को दो-तीन दिन से सर्दी-जुकाम है। डॉक्टर ने बेटी को शुद्ध पानी पीने की सलाह दी है। कालागढ़ से बेटे का उपचार कराने आई महिला ने बताया कि बेटे को तीन-चार दिन से तेज बुखार है। डॉक्टर ने गरम पानी पिलाने और समय पर दवाई लेने की सलाह दी है।
राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि रोज ओपीडी में तेज बुखार, उल्टी, दस्त, सिरदर्द से पीड़ित करीब 70 से 80 बच्चे आ रहे है। उन्होंने बच्चों को गुनगुना पानी पिलाने की सलाह देते हुए कहा कि बदलते मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे। बुखार की शिकायत होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोविड महामारी चल रही है, इसलिए बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न ले जायें। साथ ही कोविड गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करें। डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि बरसात के संक्रामक रोग के फैलने की आशंका होेती है। ऐसे में उपाय है कि स्वच्छ पानी पियें, क्योंकि अशुद्ध पानी से संक्रामक रोग होते हैं।