नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार को कानून का सामना करना होगा : केशव प्रसाद मौर्य

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लखनऊ ,। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की ओर से दायर की गई चार्जशीट पर टिप्पणी की। इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसक घटनाओं पर भी राय व्यक्त की। केशव प्रसाद मौर्य ने बंगाल में हुई हिंसा के लिए सीधे तौर पर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया।केशव प्रसाद मौर्य ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट दाखिल की है। अगर कांग्रेस देश के कानून का सम्मान करती है, तो भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने और कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए। कानून अपना काम करेगा और जो भ्रष्टाचारी है, वह नहीं बचेगा। ईडी ने चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और वे इस मामले में जमानत पर हैं। अगर कांग्रेस बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान और देश के कानून का सम्मान करती है, तो उसे भ्रष्टाचार के आरोपों की सजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि ईडी की कार्रवाई के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करना कांग्रेस की घटिया और निम्न मानसिकता को दर्शाता है। देश के 140 करोड़ लोगों के लिए संविधान और कानून एक समान है। लेकिन कांग्रेस यह सोचती है कि गांधी परिवार के सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ कानून काम न करे, जो संभव नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कहा है कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए, चाहे बड़ा व्यक्ति हो या छोटा, जिसने देश को लूटा, गरीबों और किसानों को लूटा, या विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया, उसकी जांच होगी और दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
मौर्य ने आगे कहा कि साल 2012 में कांग्रेस की सरकार थी, तब नेशनल हेराल्ड मामले की जांच शुरू हुई। जांच पूरी होने में समय लगा, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में यह प्रक्रिया पूरी हुई। जब आरोप सही पाए गए, तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जमानत लेनी पड़ी। सारे सबूत उपलब्ध हैं और चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। इसका विरोध करने का कोई औचित्य नहीं है। कांग्रेस इस मामले में घटिया आचरण और राजनीति कर रही है, जिसकी हम निंदा करते हैं।
पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा पर डिप्टी सीएम ने कहा कि पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के बाद जो हिंसा हो रही है, इसके लिए मैं ममता बनर्जी की सरकार को पूरी तरह जिम्मेदार मानता हूं। लेकिन सिर्फ ममता सरकार ही नहीं, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और वे सभी दल जो वक्फ संशोधन बिल के विरोध में मतदान किए हैं, वे भी इसके दोषी हैं। वहां हिंदुओं और गरीबों पर हमले हो रहे हैं, दुकानें और मकान जलाए जा रहे हैं, हत्याएं हो रही हैं। फिर भी ये दल चुप हैं। इस तरह चुप रहने वालों को समझ लेना चाहिए कि आने वाला समय और इतिहास सब कुछ उजागर करेगा। आज जो हो रहा है, उसके लिए उन्हें कल जवाब देना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल से टीएमसी जा रही है और वहां भाजपा की सरकार आ रही है। लेकिन वर्तमान में वहां के हालात बहुत खराब हैं। ममता बनर्जी की सरकार सभी मोर्चों पर विफल हो चुकी है। वहां का हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है।

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