काश्तकारों को दी संरक्षित खेती की जानकारी
अल्मोड़ा। जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा में उत्तराखंड आजीविका मिशन के तहत अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर और चम्पावत के सीएलएफ सदस्यों के लिए संरक्षित खेती विषय पर तीन दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सात से नौ नवंबर तक चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जिलों के 30 महिला सीएलएफ सदस्यों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक और ग्राम्य विकास विभाग भारत सरकार के नोडल अधिकारी ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी। कार्यक्रम समन्वयक संस्थान की वैज्ञानिक ड़ शैलजा पुनेठा ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण में संरक्षित खेती, इसके उपयोग तथा स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर षकों की आजीविका बढ़ाने विषय पर कार्यक्रम में भाग ले रहे प्रतिभागियों को तमाम जानकारियां दीं। प्रशिक्षण के दूसरे दिन षि विज्ञान केन्द्र मटेला के प्रभारी वैज्ञानिक प्रो़ एसएस सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को संरक्षित खेती की बारीकियां बताईं। उन्होंने विभिन्न सब्जियों की नर्सरी तैयार करने और संरक्षित खेती में उसे उगाने आदि की जानकारियां दीं। तृतीय सत्र में संस्थान में कार्यरत तकनीकी एसोसिएट ड़ डीएस चौहान, मास्टर ट्रेनर डीएस बिष्ट ने प्रतिभागियों को बांस से सस्ता और सरल पलीहाउस बनाने की जानकारी दी।