बदहाल हुआ बीईएल-मोटाढांक मार्ग, नींद में सिस्टम
पूर्व में हुए हादसों के बाद भी जिम्मेदार विभाग नहीं दे रहा ध्यान
कई स्थानों पर सीमेंट की सड़क के बाहर निकले हुए हैं सिरया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। यदि आप बीईएल-मोटाढांक के मध्य सफर कर रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं। दरअसल, मार्ग पर जगह-जगह बने गड्ढे कब आपकी जिंदगी पर भारी पड़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। आए दिन हो रहे हादसों के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। कई स्थानों पर सीमेंट की सड़क के बाहर निकले सरिया भी हादसों को न्यौता दे रहे हैं।
करीब तीन वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग की ओर से बीईएल-मोटाढांक के मध्य चार किलोमीटर सड़क पर डामर बिछाया गया था, लेकिन वर्तमान में सड़क पर दौड़ रहे भारी वाहनों के कारण यह बदहाल स्थिति में पहुंच चुकी है। ऐसे में वाहन चालकों को गड्ढों के बीच सड़क खोजनी पड़ रही है। सबसे अधिक परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को हो रही है। हल्की बारिश होने से कीचड़ के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। क्षेत्रवासी अखिलेश कुमार, ऋतु देवी, बीना देवी ने बताया कि वह इस संबंध में कई बार लोकनिर्माण विभाग से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचा। गड्डों के कारण मार्ग पर जाम की स्थिति भी बनी रहती है।
दिन-रात दौड़ रहे ओवरलोड डंपर
बीईएल-मोटाढांक मार्ग के मध्य दिन-रात ओवरलोड डंपर दौड़ते रहते हैं, जिसके कारण मार्ग मरम्मत करवाने के कुछ समय बाद ही दोबारा बदहाल स्थिति में पहुंच जाता है। यही नहीं मार्ग पर जगह-जगह सड़क पर खड़े भारी वाहनों के कारण भी अन्य लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ता है। दोपहिया वाहन चालकों को यातायात का पालन करवाने वाली पुलिस व परिवहन विभाग की टीम भी इन वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती।
अब तक हो चुके हैं कई हादसें
बीईएल-मोटाढांक रोड पर गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। रात के अंधेरे में मार्ग पर बने गड्ढे दिखाई नहीं देते। ऐसे में गड्ढों से बचने के चक्कर में वाहन आपस में भी टकरा जाते हैं। छह दिसंबर को बीईएल रोड पर छोटा हाथी व हाथों की टक्कर हो गई थी, जिसमें ऑटो सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि ऑटो सवार अन्य लोग घायल हो गए थे। वहीं, 23 दिसंबर देर रात भी गड्ढे की चपेट में आने से एक बाइक अनियंत्रित हो गई थी, जिसमें सवार तीन युवाओं में से दो की मौके पर ही मौत हो गई थी।