उत्तराखंड

तुंगनाथ घाटी में अवैध कब्जे, खनन और निर्माण की जांच पड़ताल की मांग की

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रुद्रप्रयाग। केदारघाटी सामाजिक आर्थिक विकास मंच के संयोजक एवं सामाजिक कार्यकर्ता शंकर प्रसाद तिवारी ने तुंगनाथ घाटी में अवैध कब्जे, खनन और निर्माण की जांच पड़ताल की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में केदारघाटी सामाजिक आर्थिक विकास मंच के संयोजक शंकर प्रसाद तिवारी ने कहा कि तुंगनाथ घाटी धार्मिक और आध्यात्मिक का केंद्र है। यहां सुंदर और हरे भरे बुग्यालों में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ का धाम होने के चलते हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री दर्शनों को आते हैं किंतु यहां के धार्मिक महत्व और सुंदरता को प्रभावित किया जा रहा है। चोपता, दुगलबिट्टा, बनियाकुंड में अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। यहां अवैध खनन और निर्माण का कार्य बदस्तूर जारी है। बीते 10 सालों से इस क्षेत्र में अवैध गतिविधियां जारी है किंतु प्रशासन, वन विभाग और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मानकों के खिलाफ कार्य किए जा रहे हैं। रातभर शराब और डीजे बज रहे हैं जिससे यहां के पर्यावरण और जैव विविधता पर असर पड़ रहा है। कहा कि तुंगनाथ घाटी में प्रातिक पर्यावरण और भौगोलिक रूप से जहां एक ओर बेहद समृद्घ मानी जाती है वहीं दूसरी ओर बेहद संवेदनशील भी है। यहां की प्रतिक एवं नैसर्गिक-सुंदरता को खतरा हो रहा है। इस क्षेत्र को स्वीटजरलैंड कहा जाता है किंतु वर्तमान में जिस तरह की गतिविधियां संचालित हो रही है वह आने वाले समय के लिए नुकसान दायक है। जैविक तथा अजैविक (अपशिष्टध्अवशिष्ट) के उचित प्रबंधन व निस्तारण के साथ ही यहां डंपिंग जोन आदि की व्यवस्थाएं नहीं है। जगह जगह शराब की बोतलें, प्लास्टिक कचरा और कूड़ा बिखरा रहा है। कहा कि प्रशासन चालान तो कर देता है किंतु उचित कार्रवाई आज तक नहीं हुई हैं। उन्होंने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।

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