इजरायल का ब्रह्मास्त्र, हमास के खिलाफ तैनात किया सबसे खतरनाक हथियार ऑयरन बीम
गाजा, येरूशलम, एजेंसी। इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। गाजा में मृतकों की संख्या बढक़र 2670 हो गई है, जबकि 9600 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल लगातार हमास पर राकेट्स और बड़े हथियारों से हमला कर रहा है। इसी बीच इजरायल ने बड़ा हथियार भी जंग में उतार दिया है। इजरायल ने पहली जंग में ऑयरन बीम हथियार को उतारा है। ऑरयन बीम हमास के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। इसने हमास के कई रॉकेट्स मार गिराए हैं। हालांकि इजरायल अभी ऑयरन बीम को जंग में उतारने के मूड में नहीं था, लेकिन आतंकी संगठन हमास के हमलों का करारा जवाब देने के लिए इजरायल ने ऑयरन बीम को मैदान में उतार दिया है।
उधर, मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा ने कहा कि इजरायली हमले पूरी क्रूरता के साथ जारी हैं। हमलों ने आवासीय पड़ोस को निशाना बनाया है और लोगों के घरों को नष्ट कर दिया है। उल्लेखनीय है कि गाजा पर शासन करने वाले फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) ने एक सप्ताह पहले गाजा पट्टी से सटे इजरायली शहरों पर अचानक हमले किये, जिसमें इजरायल में 1,300 से अधिक लोग मारे गए। इजरायल ने इसके जवाब में गाजा पर हमले शुरू कर दिए।
आयरन बीम हथियार लेजर पर आधारित है, जो लेजर के जरिए राकेट्स सहित अन्य हथियारों को निशाना बनाता है। यह किसी भी टारगेट को ढेर करने के लिए लेजर बीम का प्रयोग करता है। आयरन डोम की तरह ही इस डिफेंस सिस्टम को बनाने मे भी अमेरिका ने मदद की है। यह सबसे एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम है। इजरायल ने 20 साल पहले इसे हमास और अपने सभी दुश्मनों को दिमाग में रखकर तैयार करना शुरू किया था। इसे आयरन डोम एयर डिफेंस बैटरियों के साथ ही इंटीग्रेट कर दिया जाता है। 100 किलोवाट लेजर की सीमा करीब आठ से 10 किलोमीटर तक होती है। आयरन डोम एक साथ कई खतरों से निपट सकता है। इसका इलेक्ट्रिक सोर्स वाला लेजर सिस्टम यह तय करता है कि लेजर को कब एक्टिवेट करना है और कब काइनेटिक आयरन डोम इंटरसेप्टर को फायर करना है। आयरन बीम और आयरन डोम दोनों रॉकेट, मोर्टार गोले, ड्रोन और मिसाइलों को ढेर कर सकते हैं। इसका हर शॉट बस तीन डॉलर की कीमत का है।
इजरायल हमले जारी रखेगा तो संघर्ष बढ़ेगा: रायसी
तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल गाजा पट्टी पर हमले जारी रखेगा, तो संघर्ष और बढ़ेगा। श्री रायसी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फोन पर बातचीत में कहा कि अगर ज़ायोनी शासन इन अपराधों (फिलिस्तीनियों के खिलाफ) को जारी रखकर अपनी हार की कीमत चुकाना चाहता है, तो युद्ध का विस्तार होगा। फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपनी ओर से गाजा पट्टी में संकट के बढऩे पर चिंता व्यक्त की और ईरान से क्षेत्र में स्थिति को नियंत्रित करने में अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाने का आह्वान किया।