जखन्याली के ग्रामीणों ने की भूमि सुधार व गदेरे में सुरक्षा दीवार लगाने की मांग
नई टिहरी। भिलंगना ब्लॉक नैलचामी पट्टी के जखन्याली गांव के ग्रामीण छह साल बाद भी आपदा से नहीं उभर पाए हैं। साल 2014 में ग्रामीणों के खेत आपदा की भेंट चढ़ गए थे। लेकिन आज तक ग्रामीणों की कृषि भूमि के सुधारीकरण को लेकर कोई कार्य नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से भूमि सुधार व गदेरे में सुरक्षा दीवार लगाने की मांग की है। भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली में वर्ष 2014 में आई आपदा से ग्रामीणों की सैकड़ों नाली कृषि भूमि बाढ़ में बह गई थी। आपदा के चलते गांव के 35 परिवार कृषि भूमि विहीन हो रखे हैं। लेकिन सरकार की ओर से 6 वर्ष बाद भी कृषि भूमि के सुधारीकरण और गढ़ेरे पर दीवारबंदी का कार्य नहीं किया गया है। जिस कारण लोग खेती नहीं कर पा रहे है। गांव के रइस गदेरे मे 31 जुलाई 2014 की रात को बादल फटने से भारी बाढ़ में एक दर्जन घर व सैकड़ों नाली कृषि भूमि दब गए, जिसमे 7 लोगो की मलबे में दब कर मौत हो गई। प्रशासन ने तत्कालीन समय में गांव की सुरक्षा के लिए गदेरे के दोनों ओर दीवार लगाने के साथ ही कृषि भूमि के सुधारीकरण व समतलीकरण का आश्वाशन दिया था , लेकिन 6 वर्ष बाद भी कोई कार्य नहीं हो पाया है। भिलंगना के कनिष्ठ उप प्रमुख चंद्रमोहन नौटियाल ने मुख्यमंत्री, क्षेत्रीय विधायक के साथ ही डीएम को ज्ञापन भेजकर ग्रामीणों की कृषि भूमि को फिर से आबाद करने के लिए भूमि सुधार एवं दीवार बंदी करने की मांग की है। उन्होंने शीघ्र धन उपलब्ध न करने पर ग्रामीणों के साथ आंदोलन की चेतावनी दी है।