झारखंड, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश ने जताई ट्रेन चलाने के फैसले पर आपत्ति
नई दिल्ली, एजेन्सी। झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने एक जून से 200 विशेष यात्री ट्रेन चलाने के फैसले पर आपत्ति जताई है। रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि झारखंड, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का हवाला देता हुए ट्रेन परिचालन का विरोध किया है।
तीनों राज्यों को ट्रेन के ठहराव के लिए निर्धारित रेलवे स्टेशनों की संख्या पर भी ऐतराज है। मामले के समाधान के लिए रेलवे मुख्यालय में राज्यों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की गई।
सूत्रों के मुताबिक झारखंड ने राज्य से गुजरने वाली चार ट्रेन रद्द करने, जबकि 20 अन्य के स्टॉपेज घटाने की मांग की है। वहीं, आंध्र प्रदेश ने कहा है कि राज्य में फिलहाल सिर्फ 22 ट्रेन के परिचालन की अनुमति दी जाए, वो भी 18 स्टॉपेज के साथ, क्योंकि अन्य स्टेशन पर यात्रियों को पृथक करने की व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
रेलवे ने आंध्र में ट्रेन के ठहराव के लिए 71 स्टॉपेज तय कर रखे हैं। उधर, महाराष्ट्र ने राज्य में लॉकडाउन की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। इस अवधि में रेल और हवाई सेवाओं का संचालन नहीं करने का फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि कोरोना लॉकडाउन के कारण थम चुकी रेलवे अब रफ्तार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है। लंबी दूरी के लिए एसी स्पेशल ट्रेन चलाने के बाद अब रेलवे कल से पैसेंजर ट्रेनें चलाने जा रही है। एक जून से देश में करीब 200 पैसेंजर ट्रेन यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाएगी। रेलवे के मुताबिक, पहले ही दिन से करीब एक लाख 45 हजार यात्री यात्रा करेंगे। आज सुबह नौ बजे तक 25 लाख 82 हजार 671 यात्रियों ने बुकिंग कराई है।