कार्य को बेहतर तरीके से व्यवहारिकता में लाने के लिए जन सहभागिता जरूरी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से व्यवहारिकता में लाने के लिए जन सहभागिता का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कार्य करने को कहा। जिसमें घरों से निकलने वाली कूडे को पृथकीकरण कर निस्तारण किया जा सकें।
विकास भवन सभागार पौड़ी में सोमवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निगरानी एवं कार्यान्वयन समिति (पंचायतों के लिए उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017) की बैठक आयोजित की गई। डीएम ने गीला कूड़ा एवं सूखा कूड़ा के लिए पिट व शेड़ बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में ब्लाक एवं न्याय पंचायत स्तर पर मॉडल के रूप में विकसित करेंगे। जिसके आधार पर जनपद के सभी ग्रामीण एवं अन्य क्षेत्र में किया जायेगा। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु नैनीताल में तैनाती के दौरान कूडा प्रबंधन एवं निस्तारण को लेकर नैनीताल शहर में की गई, एक नियोजित तरीके से सफल कार्यक्रम को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाते हुए उपस्थित सभी लोगों को जागरूक कर इसी तर्ज पर कार्य करने की बात कही। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु ब्लॉक प्रमुखों ने छापामारी अभियान के तर्ज पर कार्य करने की बात कही। साथ ही चालान इत्यादि से अर्जित धनराशि को स्वच्छता के क्षेत्र पर ही खर्च करने की मांग की। इस अवसर पर डीएफओ आकाश वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, ब्लॉक प्रमुख एकेश्वर नीरज पांथरी, जयहरीखाल दीपक भंडारी, पोखड़ा ओम प्रकाश रावत, खिर्सू भावनी गायत्री, द्वारीखाल महेन्द्र सिंह राणा, नैनीडाडा प्रशान्त कुमार, दुगड्डा रूचि कैन्तुरा, रिखणीखाल मनोहर देवरानी, पौड़ी दीपक चन्द्र कुगसाल, परियोजना निदेशक एसएस शर्मा, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत, डीपीआरओ एमएम खान, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका प्रदीप बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
स्वरोजगार योजनाओं की दी जानकारी
बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी ने उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017 के तहत कार्य करने तथा चालान आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिस पर जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों एवं वन विभाग को भी चालान बुक देने के निर्देश दिये ताकि अभियान को सफल बनाया जा सकें। इस दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित जन प्रतिनिधियों को जनपद में स्वरोजगार हेतु पर्यटन, कृषि, बागवानी, पशुपालन, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन आदि क्षेत्र में जिला योजना के तहत किये जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को मॉडल के रूप में विकसित करें
जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबंधक स्वजल को जनप्रतिनिधियों एवं खंड विकास अधिकारी को भी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट व्हट्सअप ग्रुप में जोड़ने के निर्देश दिये। जबकि नगर पालिका पौड़ी को नगर पालिका पौड़ी एवं कोटद्वार में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि 10 दिन के अन्दर अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। जिसमें अधिकारी भी प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पौड़ी को समुचित कार्य को प्लानिंग के आधार पर कराये जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये।